WOMEN ‘MAHA-POWER’ : छत्तीसगढ़ के अधिकांश प्रमुख शहरों में महिला महापौर… प्रतियोगी परीक्षाओं में आ सकते हैं इससे जुड़े सवाल

छत्तीसगढ़ में संभवतः पहली बार ऐसा हुआ है कि रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग समेत अधिकांश प्रमुख शहरों में शहर सरकार की बागडोर महिलाओं के हाथों में आ गई है। बिलासपुर की महापौर से शपथ में संप्रभुता को सांप्रदायिकता कहने की चूक जरूर हुई, लेकिन इससे छत्तीसगढ़ में महापौर के तौर पर उभरी नारी शक्ति अप्रभावित है। महिलाओं के लिए यह गर्व का विषय तो है ही, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगे लाखों युवाओं ने भी इसे प्रदेश की बड़ी घटना मानते हुए रट लिया है। इसे इस साल ही नहीं बल्कि आने वाले कई वर्षों तक छत्तीसगढ़ से जुड़े gk के पर्चे के लिए ऐसा प्रश्न माना जा रहा है, जो ज़्यादातर परीक्षाओं में घुमा फिराकर पूछा जाता रहेगा।
छत्तीसगढ़ में 2025 के नगरीय निकाय चुनाव में 6 महिलाएँ डायरेक्ट इलेक्शन में महापौर चुनी गई हैं। सभी ने पहली बार महापौर चुनाव लड़ा और जीता है। रायपुर से मीनल चौबे, दुर्ग से अलका बाघमार, बिलासपुर से पूजा विधानी, रिसाली से शशि सिन्हा, कोरबा से संजूदेवी राजपूत और अंबिकापुर से मंजूषा भगत में से अधिकांश शपथ लेकर काम शुरू कर चुकी हैं। इनमे से दो महिलाएँ अनारक्षित सीट से लड़कर चुनाव जीती हैं। सभी भारतीय जनता पार्टी से हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले युवा इससे जुड़ी और जानकारियां निकाल रहे हैं, क्योंकि एक-एक प्रश्न की मारामारी के बीच इस मुद्दे को भी वे अहम मानकर चल रहे हैं, खासकर वो युवा जो पीएससी प्रीलिम्स निकालकर मेंस की तैयारी में जुटे हैं।