The Stambh Breaking: ईडी ने कांग्रेस महामंत्री को 8 घंटे की पूछताछ के बाद छोड़ा… मामला सुकमा के राजीव भवन में कवासी के पैसे लगे होने का

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैंदु को गुरुवार को लगभग 8 घंटे की पूछताछ के बाद शाम सात बजे छोड़ा है। भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार मलकीत से ईडी ने कहा है ककि ज़रूरत पड़ने पर उन्हें पूछताछ के लिए फिर बुलाया जा सकता है, इसलिए वे छत्तीसगढ़ से बाहर नहीं जाएं। ईडी ने अलग अलग समय में तीन चार सवाल ही किए हैं। ये सवाल सुकमा के कांग्रेस दफ्तर राजीव भवन के निर्माण में हुए खर्च के सोर्स और कवासी लखमा की भूमिका से जुड़े थे। ईडी को शक है कि सुकमा कांग्रेस दफ्तर के निर्माण के लिए काफ़ी फंड तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने मैनेज किया था और ये रकम कथित तौर पर शराब स्कैम से संबंधित हो सकती है। पूर्व मंत्री तथा मौजूदा कांग्रेस विधायक लखमा शराब स्कैम में अभी जेल में हैं।
मामला चूँकि कांग्रेस दफ़्तर के निर्माण का है, इसीलिए ईडी ने पार्टी के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैंदु को तलब कर लिया था। ईडी के समन पर मलकीत गुरुवार को सुबह साढ़े 10 बजे ईडी के सुभाष स्टेडियम स्थित नए दफ्तर में पहुंचे। वहाँ उन्होंने मीडिया से कहा कि वे ईडी की जाँच में सहयोग करेंगे। कोरोना काल में जिस समय सुकमा में राजीव भवन बना, मलकीत इंचार्ज महामंत्री नहीं थे। बताया जाता है कि उन्होंने पूछताछ के दौरान ईडी अफसरों से भी ये बात कही है। मलकीत से आठ घंटे चली पूछताछ का पूरा ब्योरा मिलना अभी बाकी है। इस बीच, जब ईडी ने मलकीत को दोपहर तक नहीं छोड़ा, तब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने बयान जारी कर कहा कि प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू को जबरिया ईडी ऑफिस में घंटों बैठाया जाना बेहद ही आपत्तिजनक है। बैज ने कहा कि ईडी ने कांग्रेस से उसके जिला कार्यालय के संबंध में जानकारी मांगी थी। प्रभारी महामंत्री ईडी के द्वारा चाही गयी जानकारी को देने ईडी ऑफिस गये थे। जानकारी प्राप्त करने के तुरंत बाद ईडी को उनको वापस आने देना चाहिये था। ईडी को कुछ अतिरिक्त जानकारी चाहिये थी तो उसको वह लिखित में मांग सकती थी। एजेंसी को हर जानकारी उपलब्ध करवाएँगे। कांग्रेस अपने निर्माण के एक-एक रुपए का हिसाब देगी। बैज ने आरोप लगाया कि ईडी ने भाजपा के इशारे पर कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी को अनावश्यक घंटों बैठाये रखा है। ईडी भाजपा के अनुषांगिक संगठन की भांति काम कर रही है जो सर्वथा अस्वीकार्य है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि ईडी को राजनैतिक दल के कार्यक्रमों के खर्चों एवं पार्टी दफ्तर के निर्माण का ब्यौरा जानने का इतना ही शौक है तो सिर्फ कांग्रेस का ही क्यों, वह भाजपा के भी खर्चों की पड़ताल करे। ईडी में साहस है तो वह भाजपा के 150 करोड़ रू. की लागत से बने भाजपा कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे को बनाने का रुपया कहां से आया, इसकी जांच करे? भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर की जमीन राजनैतिक दल के कार्यालय के लिये भाजपा ने 1 रू. में हासिल की थी, पर एकात्म परिसर को व्यवसायिक काम्प्लेक्स में तब्दील कर दिया गया जहां से 1.5 करोड़ रूपया किराया भाजपा वसूलती है। ईडी को उसका हिसाब भी माँगना चाहिए।