रायपुर निगम में गंगाजल का छिड़काव कर बैठेगी नई टीम… मेयर मीनल ने इसे आस्था और सनातन परंपरा बताया… ढेबर बोले- यह एससी-एसटी, ओबीसी, माइनॉरिटी के पूर्व पदाधिकारियों का अपमान

शपथ लेने के बाद भाजपा की मेयर मीनल चौबे और पूरी टीम निगम मुख्यालय वाइट हाउस के सभी प्रमुख स्थानों और चैंबर्स में पवित्र गंगाजल के छिड़काव के बाद बैठेगी। मेयर मीनल ने इसे आस्था और सनातन परंपरा बताया और कहा कि हम अपना काम शुरू करने से पहले पूजा पाठ भी करेंगे। इधर, मेयर ढेबर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि शुद्धिकरण की यह प्रक्रिया पिछले नगर निगम के एससी, एसटी, ओबीसी और माइनॉरिटी के पूर्व पदाधिकारियों का अपमान है।
मेयर मीनल ने पूर्व मेयर के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा कि आस्था और सनातन धर्म तथा परंपराओं को एजाज़ ढेबर नहीं समझते हैं। गंगाजल का महत्व और आस्था उनकी समझ के परे है। मेयर मीनल ने कहा कि नगर निगम हमारा कर्मस्थल है। हम पदभार ग्रहण करने से पहले वहाँ छोटी सी पूजा रखेंगे। जहां तक अपमान का प्रश्न है, पिछले कार्यकाल में मैं पार्षद थी, नेता प्रतिपक्ष भी थी। गंगाजल के छिड़काव को मैं अपना अपमान तो बिल्कुल नहीं मानती। यह सब बातें पूर्व मेयर एजाज़ ढेबर की समझ से परे हैं।
एजाज़ ढेबर ने कहा कि मेयर मीनल ही नहीं बल्कि भाजपा नेता पूरे प्रदेश के नगरीय निकायों में गंगाजल से शुद्धिकरण की बात कर रहे हैं। हर निकाय में एससी, एसटी, ओबीसी और माइनॉरिटी के पदाधिकारी थे। भाजपा सभी जगह शुद्धिकरण चाहती है। उन्होंने इस बात पर भी नाराज़गी जताई कि मेयर-पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह में मुझे और पूर्व सभापति प्रमोद दुबे को भी नहीं बुलाया गया। यह प्रोटोकॉल का भी उल्लंघन है।