गौ-सत्याग्रहः भूपेश ने आवारा मवेशियों को एसडीएम दफ्तर में छोड़ा, कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में किया ऐसा ही आंदोलन
रायपुर में पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज, बिलासपुर में नेता प्रतिपक्ष डा. महंत हुए शामिल
कांग्रेस ने शुक्रवार को पूरे प्रदेश में आवारा पशुओं की समस्या की तरफ राज्य सरकार का ध्यान खींचने के लिए गौ-सत्याग्रह शुरू कर दिया है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने घोषणा की थी कि वे पाटन क्षेत्र के मवेशियों को एसडीएम दफ्तर में छोड़ेंगे। उन्होंने कांग्रेसजनों के साथ पाटन में ऐसा ही किया। इसी तर्ज पर पूरे प्रदेश के जिलों और ब्लाक में कांग्रेस ने आवारा पशुओं को सरकारी कार्यालयों में छोड़ा। कांग्रेस दरअसल प्रदेश में गोठानों के बंद होने के कारण सड़कों पर गौवंश की दुर्दशा, खेतों में चराई और हादसों को रोकने के लिए गौ-सत्याग्रह कर रही है।
पाटन में आवारा मवेशियों को हकालकर एसडीएम दफ्तर ले जाते हुए पूर्व सीएम भूपेश ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस सरकार ने पूरे प्रदेश में 10 हजार से अधिक गोठान बनाकर गौवंश को गांव में एक जगह रोकने के लिए चारा-पानी की व्यवस्था की थी। रोका-छेका कार्यक्रम चलाकर मवेशियों में घुस आए खेतों की चराई पर भी इससे नियंत्रण किया था। लेकिन बिना ठोस समाधान के भाजपा सरकार ने गोठानों को बंद कर दिया। रोका छेका बंद कर दिया। नतीजे यह हुआ है कि गौवंश बदहाल है, सड़कों पर मौत हो गई है, हादसे हो रहे हैं और मवेशी खेतों में घुसकर फसल को चर रहे हैं। गौवंश की तस्करी भी गोठान बंद होने के कारण हो रही है। भूपेश ने कहा कि यह एक दिन का सत्याग्रह नहीं है। अगर सरकार ने इंतजाम नहीं किए तो यह सत्याग्रह लगातार जारी रहेगा।
पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार ने गोधन न्याय योजना को बंद करके गौवंशी पशुओं को सड़क पर बेमौत मरने छोड़ दिया है। एक तरफ जहां किसान खुली चराई से परेशान हैं, वही सड़कों में दुर्घटनाएं बढ़ गई है। अगर साय सरकार इस गंभीर समस्या का ठोस समाधान नहीं करेगी तो आंदोलन को और आगे बढ़ाया जायेगा। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत बिलासपुर में गौ सत्याग्रह में शामिल हुये। उन्होंने कहा कि खुला मवेशी ये बड़ी समस्या है इसके निदान के लिये जब हम लोग सरकार में थे तो गोठान का निर्माण किया था। वर्तमान सरकार ने बिना सोचे-समझे गोठान बंद कर दियए। एक तरफ किसान फसल बचाने के लिये मजबूर हैं, तो दूसरी तरफ रोज सड़कों पर हादसे हो रहे हैं।