आरंग माब लिंचिंग में एक्शन शुरू, बोरसी में फरारी काट रहा पहला आरोपी हर्ष गिरफ्त में
महानदी पुल पर माब लिंचिंग में तीन लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने अब एक्शन शुरू किया है। एसएसपी संतोष सिंह की ओर से बनाई गई एसआईटी ने इस मामले में लगभग दर्जनभर आरोपियों की पहचान लगभग पूरी कर ली है। इनमें से पहले आरोपी के रूप में एसआईटी ने बैजनाथपारा रायपुर के हर्ष मिश्रा को दुर्ग के बोरसी इलाके में जाकर दबोचा, जहां वह अपनी मित्र के यहां छिपा था। उसे रायपुर की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे दफा 304 के तहत न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। रायपुर पुलिस ने दावा किया है कि महानदी पुल पर सहारनपुर के तीन युवकों चांद मियां, गुड्डू खान और सद्दाम कुरैशी की मौत के मामले में जल्दी ही बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। गौरतलब है, सामाजिक संगठनों के साथ-साथ कांग्रेस के एक वर्ग ने भी आरंग मामले में कार्रवाई के लिए पुलिस पर दबाव बढ़ा दिया था।
आरंग के नजदीक महानदी पुल पर 7 जून को कुछ युवकों ने भैंस से भरे ट्रक को पीछा करके रोका था। इसके बाद ट्रक चला रहे सहारनपुर (यूपी) के चांद मियां और गुड्डू खान के शव पुल के नीचे महानदी के पथरीले हिस्से में मिले थे। एक और युवक सद्दाम कुरैशी भी गंभीर हालत में मिला था, जिसकी दो दिन पहले इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। इस मामले में रायपुर पुलिस ने दो दिन की जांच-पड़ताल के बाद गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज किया था। एसएसपी संतोष सिंह ने मामले की जांच के लिए एएसपी कीर्तन राठौर की अगुवाई में 14 अफसरों की एसआईटी बना दी थी, जिसमें रायपुर क्राइम ब्रांच के अफसर थे। पिछले दो हफ्ते से एसआईटी ने टावर डंप, आने-जाने वाले वाहनों का ब्योरा, आसपास के सीसीटीवी फुटेज जुटाने के बाद उनका बारीकी से विश्लेषण किया। घटनास्थल पर कैमरा नहीं था, इसलिए वहां के फूटेज नहीं हैं। आसपास के कैमरों और वारदात से एक घंटा पहले और बाद में वहां के टावर में कनेक्ट हुए मोबाइल नंबरों के आधार पर आरोपियों की पहचान शुरू की गई और शनिवार को हर्ष के रूप में पहले आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई। अफसरों ने संकेत दिए कि लगभग सभी आरोपियों की पहचान हो गई है। अधिकांश फरार हैं, जिन्हें एक-एक कर घेराबंदी करके पकड़ लिया जाएगा।