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रायपुर में बड़ी खोजः एनआईटी में शुगर टेस्ट के लिए बनी स्ट्रिप…प्रेग्नेंसी टेस्ट किट की तरह यूरीन से बताएगी शुगर लेवल

एनआईटी रायपुर में केमिस्ट्री प्रोफेसर सिद्दीकी और शोध छात्र विभव का आविष्कार

अलग-अलग तरीकों से पिन मारकर ब्लड निकाले गए ब्लड से शुगर टेस्ट का बड़ा विकल्प खोज लिया गया है। रायपुर एनआईटी के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट में एसोसिएट प्रोफेसर डा. कफील अहमद सिद्दीकी और पीएचडी छात्र विभव शुक्ला ऐसी क्रांतिकारी टेस्ट स्ट्रिप बनाने में कामयाब हो गए हैं, जो स्ट्रिप में यूरीन की बूंदे डालने से शुगर लेवल बताने लगती है। शुगर स्ट्रिप डेवलप करने वाला यह पूरा रिसर्च वर्क ‘मटेरियल्स टुडे केमिस्ट्री’ में प्रकाशित भी हो गया है, जो Elsevier प्रकाशन का Q1 जर्नल है। शुगर टेस्ट स्ट्रिप इसलिए बनाई गई क्योंकि ऐसे लोगों की संख्या लाखों में है, जो शुगर टेस्ट के लिए ब्लड देने से डरते हैं या गलतफहमियों के शिकार रहते हैं। यह स्ट्रिप सिर्फ उनके ही नहीं बल्कि तमाम लोगों के लिए सुविधाजनक हो जाएगी, जिनकी शुगर मानीटरिंग जरूरी रहती है।

यूवी लाइट पड़ते ही रंग बदलने लगता है स्ट्रिप का

शुगर लेवल टेस्ट करनेवाली स्ट्रिप के अनुसंधान के दौरान डा. सिद्दीकी, विभव शुक्ला और टीम ने आयरन डोप्ड जिंक-बेस्ड मेटल-ऑर्गेनिक फ्रेमवर्क (Fe@Zinc-MOF) का उपयोग किया है। इसके बाद उन्होंने क्रिएटिनिन, क्रिएटिन, यूरिया, ग्लूकोज आदि का परीक्षण किया। टीम ने पाया कि जैसे ही Fe@Zinc-MOF ग्लूकोज के संपर्क में आता है, तो UV लाइट पड़ने पर हरा रंग नजर आता है, जबकि बाकी घटक कोई रंग नहीं दिखाते। इसके बाद टीम ने 80 से 300 mg/dL की ग्लूकोज सांद्रता का परीक्षण किया। दौरान 110 और 150 mg/dL की सांद्रता पर एक विशिष्ट तीव्रता देखी गई। इसी आधार पर शुगर टेस्ट स्ट्रिप डेवलप कर ली गई, जो यूरीन में शुगर की इन सांद्रताओं पर रंग में बदलाव दिखाती है।

स्ट्रिप में हर लेवल पर अलग फ्लोरोसेंस बदलाव 

यह शुगर टेस्ट स्ट्रिप फ़िल्टर पेपर और Fe@Zinc-MOF कम्पोजिट से डेवलप की गई है। स्ट्रिप विभिन्न ग्लूकोज सांद्रताओं के अनुरूप फ्लोरोसेंस बदलाव दिखाती है और यही गुण इसे एक व्यावहारिक उपकरण बनाता है। डॉ. सिद्दीकी ने कहा कि उनका लक्ष्य ऐसी टेस्ट स्ट्रिप्स बनाना है, जो सस्ती और आसानी से उसी तरह उपलब्ध रहे, जिस तरह प्रेग्नेंसी टेस्ट किट उपलब्ध हैं। ये सस्ती भी हैं और बेहदग भरोसेमंद भी। उसका उद्देश्य यह भी है कि लोग अपने घर में बिना ब्लड निकाले यूरीन से शुगर लेवल जांच सकें।

 

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