The Stambh Insight : धमतरी प्रत्याशी का फार्म गारंटी पीरियड में फंसेगा, जान गए थे कांग्रेसी… पर बिलासपुर भाजपा प्रत्याशी के प्रमाणपत्र को मुद्दा बनाएगी कांग्रेस

धमतरी नगरपालिका के कांग्रेस प्रत्याशी विजय गोलछा का नामांकन चुनाव अफसर ने खारिज किया और कांग्रेस ने इस मामले में धमतरी कलेक्टर पर दबाव में कार्रवाई का आरोप लगाया, लेकिन हकीकत ये है कि गुरुवार को सुबह गोलछा को बड़े कांग्रेस नेताओं ने उनके दस्तावेजों के साथ रायपुर बुलवा लिया था। दस्तावेज देखने के बाद अधिकांश प्रमुख नेताओं को एहसास हो गया था कि गोलछा का नामांकन खारिज हो सकता है। वजह ये थी कि गोलछा ने नगरपालिका में ठेका करीब डेढ़ साल पहले लिया, काम समय पर पूरा किया और पेमेंट भी हासिल कर लिया। लेकिन जो काम उन्होंने किया, उसका गारंटी पीरियड दो साल का था, जिसमें छह महीने बचे थे। कांग्रेस के ही कानूनी जानकारों ने कह दिया था कि गारंटी पीरियड पूरा करने के बाद ही ठेके का कंप्लीशन होता है। ऐसे में गोलछा का फार्म नगरपालिका के लाभार्थी होने के दायरे में आएगा, क्योंकि गारंटी पीरियड में छह माह बाकी थी। इसके बाद धमतरी मे गोलछा के खिलाफ भाजपा की आपत्ति पर सुनवाई हुई और चुनाव अफसर ने फार्म रिजेक्ट कर दिया। ज्यादातर जानकार कांग्रेसी जानते हैं कि नियमानुसार चुनाव अफसर का यह फैसला गलत नहीं था। अभी स्थिति ये है कि धमतरी के लिए कांग्रेस के पास अधिकृत उम्मीदवार घोषित करने के दो आप्शन हैं। उनके मामले में ऐन वक्त पर फैसला लिया जाएगा यानी अब से कुछ देर में।
धमतरी में प्रत्याशी का नामांकन रद्द करने के मामले को कांग्रेस मुद्दा बनाए रखेगी, साथ ही बिलासपुर में भाजपा प्रत्याशी के जाति प्रमाणपत्र के मुद्दे को कांग्रेस ने पूरे चुनाव में गर्म रखने की तैयारी कर ली है। बिलासपुर नगर निगम मेयर का पद ओबीसी महिला के लिए आरक्षित है। भाजपा ने वहां से पूजा विधानी को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस की ओर से गुरुवार को ही बिलासपुर निर्वाचन अफसर के सामने भाजपा प्रत्याशी के जाति प्रमाणपत्र को लेकर आपत्ति की गई थी। कांग्रेस समर्थित वकीलों ने दस्तावेज पेश करके कहा था कि विवाह से पूर्व की जाति अलग है और अभी प्रत्याशी ने ओड़िशा का जाति प्रमाणपत्र पेश किया है। जबकि चुनावों में जिस राज्य से नामांकन दाखिल किया जाए, उसका प्रमाणपत्र देना अनिवार्य रहता है। हालांकि यह मुद्दा सरकारी हस्तक्षेप से सुलझा लिया जाएगा लेकिन कांग्रेस नेताओं का दावा है कि बिलासपुर में प्रचार के दौरान भाजपा प्रत्याशी पर प्रत्यक्ष या व्यक्तिगत आक्रमण किए बिना उनकी जाति का मुद्दा गर्म रखा जाएगा। इस मामले में कांग्रेस पार्टी कुछ बड़े वकीलों से भी सलाह ले रही है कि किस तरह से इसे कोर्ट में चैलेंज किया जा सकता है।