रीएजेंट सप्लाई स्कैम… सीजीएमएससी के सप्लायर ग्रुप के रायपुर, दुर्ग और पंचकूला समेत 8 ठिकानों पर ईओडब्लू छापे

छत्तीसगढ़ मेडिकल कार्पोरेशन के जरिए 600 करोड़ रुपए के रीएजेंट सप्लाई के मामले में हुई एफआईआर के बाद आर्थिक अपराध अन्वेषण विंग (ईओडब्लू) ने इन्वेस्टिगेशन शुरू कर हुए छापेमारी शुरू कर दी है। रीएजेंट सप्लाई करने वाले चोपड़ा ग्रुप के रायपुर, दुर्ग और पंचकूला (हरियाणा) में 8 ठिकानों पर ईओडब्लू की टीमों ने छापे मारे हैं। इस मामले में ईओडब्लू ने कुछ अरसा पहले एफआईआर की थी। मामला बड़ी गड़बड़ी से जुड़ा हुआ है और एफआईआर में इस तरह की बातें आई थी कि सीजीएमएससी ने इकट्ठा 600 करोड़ रुपए का रीएजेंट खरीदा, बल्कि इन्हें ऐसे सरकारी अस्पतालों में बड़ी मात्रा में सप्लाई भी करवा दिया, जहां इनकी जरूरत ही नहीं थी। एफआईआर में सीजीएमएससी के कुछ अफसरों को भी निशाने पर लिया गया है, हालांकि कार्रवाई की शुरुआत छापे से की गई है। ईओडब्लू की टीमों सप्लायर के दुर्ग स्थित घर और दफ्तर, रायपुर तथा हरियाणा के ठिकानों पर जांच कर रही हैं। छापों में क्या मिला, अभी यह स्पष्ट नहीं किया गया है। जांच में यह खुलासा जरूर हुआ है कि जिस कारोबारी ग्रुप ने रीएजेंट सप्लाई किया था, वह मूलतः तेंदूपत्ता व्यापारी हैं। इस मामले में कई दिलचस्प तथ्य सामने आने के आसार हैं तथा इससे छत्तीसगढ़ मेडिकल कार्पोरेशन की कार्यशैली का खुलासा भी हो सकता है, ऐसा सूत्रों का कहना हैं।