बलौदाबाजार में आगजनी के बाद पुलिस ने बदले तेवर… 170 बदमाशों पर निगरानी से नकेल, महिलाएं अपराध घटे… ब्राउन शुगर समेत सूखे नशे की भारी जब्ती भी

छत्तीसगढ़ में अब तक की सबसे बड़ी आगजनी बलौदाबाजार में इसी साल हुई, जब आक्रोशित भीड़ ने कलेक्टोरेट और एसपी दफ्तर को ही आग लगा दी थी। इस वारदात से हताश पुलिस और सरकारी अमले में सीएम विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में वापस जान फूंकी गई। कुछ दिन में ही पुलिस ने एक्टिव होकर अपराधियों पर ताकतवर अटैक किए। बलौदाबाजार एसएसपी विजय अग्रवाल ने मंगलवार को जिले में हुए अपराधों के आंकड़े मीडिया के सामने रखे, जो बताते हैं कि पिछले कुछ माह में बलौदाबाजार पुलिस ने बदमाशों पर कड़ा प्रहार किया है। जिले में 70 नए बदमाशों की निगरानी खोली गई है तथा सौ से ज्यादा लोग गुंडा लिस्ट में लाए गए हैं। इनके अलावा 165 (पिछले साल 97) बदमाशों के खिलाफ पुलिस ने जिलाबदर की कार्रवाई कर दी है। जिले में थाने तक पहुंचने वाली हर शिकायत पर एसएसपी ने क्राइम रजिस्टर करने के सख्त निर्देश दे रखे हैं, इसलिए 2023 की तुलना में इस साल अपराधों की संख्या कुछ अधिक दर्ज की गई है। लेकिन बदमाशों पर नकेल का परिणाय यह हुआ है कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध कम हो गए हैं।
एसएसपी अग्रवाल ने बताया कि जिले में इस साल पिछले वर्ष की तुलना में संपत्ति संबंधी अपराध में चौथाई कमी (24.65%) दर्ज की गई है। इसके विपरीत, ऐसे अपराधों में पुलिस सख्त कार्रवाई कर जो संपत्ति बरामद कर रही है, वह 15 फीसदी बढ़ गई है। इस दौरान नशे पर भी कड़ा प्रहार हुआ है। नारकोटिक्स एक्ट में इस बार बड़े पैमाने पर क्राइम रजिस्टर किए गए हैं, जिससे ऐसे मामलों में 92 फीसदी वृद्धि नजर आ रही है, लेकिन ताबड़तोड़ छापेमारी के कारण पुलिस इस बार पिछले साल के मुकाबले ब्राउन शुगर और गांजा वगैरह को मिलाकर इस साल 1063.646 किलोग्राम ज्यादा सूखा नशा पकड़ा गया है। इसी तरह, अवैध शराब की जब्ती में भी भारी वृद्धि हुई है। पिछले साल 11873 लीटर शराब जब्त की गई थी, इस बार 17 हजार लीटर से अधिक शराब जब्त की जा चुकी है। इसी प्रकार, 2024 में महिला, बाल अपराध एवं एससी/एसटी एक्ट के पंजीबद्ध 2278 प्रकरण में से 131 प्रकरण में पीड़ित पक्ष को राहत राशि हेतु प्रतिवेदन सक्षम प्राधिकारी को भेजा गया है। इसमें से 29 केस में पीड़ितों को 35.77 रुपए का मुआवजा भी मिला है।