कांग्रेस सरकार में फोर्सली रिटायर किए गए आईपीएस जीपी सिंह बहाल… फिलहाल पुलिस मुख्यालय में बैठेंगे

पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में राजद्रोह का केस और छापेमारी के बाद फोर्सली रिटायर किए गए आईपीएस जीपी सिंह को मौजूदा सरकार ने बहाल कर दिया है। वे बतौर एडीजी कल से ही पीएचक्यू में ज्वाइनिंग देकर बैठ पाएंगे। छत्तीसगढ़ के गृह (पुलिस) विभाग ने जीपी सिंह को बहाल करने के आदेश गुरुवार की शाम जारी किए। इसमें कहा गया कि आईपीएस जीपी सिंह भारत सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से 20 जुलाई 2023 के आदेश को निरस्त करते हुए सभी परिणामी लाभों के साथ बहाल किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ कैडर के 1994 बैच के आईपीएस जीपी सिंह को भारत सरकार के गृह मंत्रालय से अखिल भारतीय सेवाएं नियम 1958 के तहत जारी आदेश का पालन करते हुए तत्कालीन छत्तीसगढ़ सरकार ने अगले दिन यानी 21 जुलाई को जनहित में रिटायर करने का आदेश जारी किया था। उस समय छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी। इस दौरान जीपी सिंह के खिलाफ रायपुर कोतवाली में राजद्रोह का मामला दर्ज कर उन्हें कुछ दिन बाद जेल भेज दिया था। जीपी सिंह इस आदेश के खिलाफ केंद्रीय प्रशासनिक अभिकरण (कैट) में चले गए थे। उन्होंने रिटायर करने के आदेश को चुनौती देते हुए कैट से बहाल करने का अनुरोध किया था। सुनवाई के बाद कैट की मुख्य बेंच ने 30 अप्रैल 2024 को जीपी सिंह के पक्ष में आदेश पारित किया था और उनका रिटायरमेंट निरस्त कर दिया था। इसी आधार पर राज्य सरकार ने जीपी सिंह की बहाली कर दी। इस आदेश के बाद वे शुक्रवार को ही पुलिस मुख्यालय में ज्वाइनिंग दे सकेंगे और अन्य एडीजी की तरह वहां बैठेंगे। उनकी बहाली से राज्य में एडीजी और स्पेशल डीजी रैंक के आईपीएस अफसरों की वरीयता भी प्रभावित होगी, ऐसा सूत्रों का कहना है।