दंतेवाड़ा में DMF से सड़कें बनाने में गड़बड़ी का मामला विधानसभा में उठा… 5 इंजीनियरों का निलंबन-डीई, ठेकेदार पर FIR का ऐलान… ठेकेदार कांग्रेस के नेता

दंतेवाड़ा जिले में पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान जिला खनिज निधि (डीएमएफ) से बनाई गई मड़कामीराज-हिरोली तक बनाई गई दो पीएम सड़कों के निर्माण में गड़बड़ी का मामला विधानसभा में गूंजा। प्रश्नकाल में लंबी चर्चा के बाद इस सड़कों के निर्माण में शामिल पांच इंजीनियरों को निलंबित करने और विभागीय जांच का ऐलान कर दिया गया है। इंजीनियरों में ईई दामोदार सिदार, एसडीओ तारेश्वर दीवान तथा एई आरबी पटेल का निलंबन कर विभागीय जांच की जाएगी। एक सब इंजीनियर रविकांत सारथी को पहले ही निलंबित किया गया था, जबकि एक सब इंजीनियर की मृत्यु हो चुकी है। इसके अलावा सड़क बनाने वाले ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करके एफआईआर करने का ऐलान भी किया गया है। बता दें कि ठेकेदार को दंतेवाड़ा कांग्रेस में प्रभावशाली नेता माना जाता है। सड़क निर्माण और पेमेंट में गड़बड़ी का मामला भाजपा के वरिष्ठ सदस्य अजय चंद्राकर ने उठाया था। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री तथा डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने इस प्रश्न का जवाब देते हुए कार्रवाई की घोषणा की। बता दें कि सड़कों का यह मामला दंतेवाड़ा में पिछले दो साल से चर्चा में है। मौजूदा सरकार के कार्यकाल में एसडीएम समेत 5 अफसरों की समिति बनाकर इस मामले की जांच करवाई गई थी। जांच में इंजीनियरों को निलंबित करने के साथ-साथ ठेकेदार से 2.1 करोड़ रुपए की वसूली की अनुशंसा की गई थी। इस आधार पर दंतेवाड़ा कलेक्टर की ओर से ठेकेदार को वसूली का नोटिस भी जारी किया जा चुका है।
विधानसभा में वरिष्ठ सदस्य अजय चंद्राकर ने दंतेवाड़ा में मड़कामीराज, हिरोली तक दो सड़कों की निर्माण लागत, भुगतान और कार्य से अधिक भुगतान की जानकारी अपने प्रश्न में चाही थी। चर्चा के दौरान उन्होंने यह भी पूछा दोनों सड़कों का पूरा पेमेंट हो चुका है, क्या यह माप बुक से अधिक था। इस प्रश्न का जवाब देते हुए मंत्री शर्मा ने बताया कि कार्य एस्टीमेट से कम हुआ था, मूल लागत से 10 फीसदी अधिक का टेंडर लगा था। दोनों सड़कें जिला निर्माण समिति की निगरानी में बनी थीं। जांच के बाद अफसरों की कमेटी ने ठेकेदार से वसूली तथा इंजीनियरों पर कार्रवाई की अनुशंसा की थी। इसके बाद मंत्री शर्मा ने विधानसभा में कहा कि इस मामले में एक ईई रिटायर हो चुके हैं, उनके खिलाफ जांच चल रही है। शेष तीन को सस्पेंड कर विभागीय जांच की जाएगी। अजय चंद्राकर की मांग पर पंचायत मंत्री ने इस ठेकेदार द्वारा जिले में किए गए सभी कार्यों की जांच की भी घोषणा की। चर्चा के दौरान ही चंद्राकर ने बताया कि ठेकेदार जिला कांग्रेस अध्यक्ष हैं।