Innovative Idea: धमतरी में पुलिस गश्त के लिए पहली बार बड़ा प्रयोग… कलेक्टर ने एसपी के लिए 14 गाड़ियां ऐसे की अरेंज

पुलिस के पास गश्त या मुलजिमों का पीछा करने के लिए अक्सर गाड़ियों की कमी पड़ती है। इस संकट का रायपुर समेत प्रदेश के हर जिले की पुलिस को अक्सर सामना करना पड़ता है। इससे निपटने के लिए राजधानी से लगे धमतरी जिले में बड़ा प्रयोग हुआ है। इस प्रयोग के फायदे-नुकसान हो सकते हैं, लेकिन इससे 14 गाड़ियां अरेंज हो चुकी हैं। धमतरी में पुलिस ने उन गाड़ियों के इस्तेमाल का प्रयोग किया है, जिन्हें प्रशासन अलग-अलग कानूनों में राजसात कर लेता है और वह वर्षों खड़े रहकर कबाड़ बन जाती हैं। ऐसी गाड़ियों का इस्तेमाल पुलिस गश्त में करना चाहती है। इसलिए कलेक्टर ने शराब जब्ती के मामलों में राजसात की गई 14 ऐसी गाड़ियां पुलिस के लिए अरेंज कर दी हैं, जिनकी कंडीशन ठीक-ठाक है और इनका इस्तेमाल किया जा सकता है। धमतरी एसपी आईपीएस आंजनेय वार्ष्णेय ने पुष्टि की है कि प्रशासन ने पुलिस गश्त के लिए राजसात गाड़ियां अरेंज करने की प्रक्रिया शुरू की है।
इस प्रयोग के कई कानूनी पहलू हो सकते हैं, जिन्हें कलेक्टर-एसपी बेहतर समझेंगे। राजसात गाड़ियों को लेकर नियम भी हैं, लेकिन ऐसा कोई नियम नहीं है जो ऐसी प्रापर्टी को खड़े-खड़े सड़ने की इजाजत देता है। बस, धमतरी में संभवतः यह प्रयोग इसी कांसेप्ट पर हुआ है। शराब में राजसात गाड़ियों का पुलिस गश्त में इस्तेमाल भले ही आम लोगों के लिए महत्वपूर्ण खबर नहीं हो, लेकिन प्रदेश के प्रशासनिक और पुलिस अमले के लिए बड़ा नवाचार है। मिली जानकारी के मुताबिक कलेक्टर ने राजसात की गई 14 गाड़ियां कंप्लीट लिखा-पढ़ी के साथ पुलिस को हैंडओवर की हैं। चूंकि गाड़ियां अरसे से खड़ी थीं, किसी की बैटरी उतर चुकी है, किसी के टायर खराब हैं तो कोई स्टार्ट नहीं हो पा रही है। छोटी-मोटी मरम्मत और तेल-पानी से सुधरने वाली ऐसी गाड़ियों का काम पुलिस करवा रही है। जल्दी ही 14 गाड़ियों का यह काफिला धमतरी जिले में अलग-अलग जगह गश्त करता हुआ नजर आने लगेगा। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इन गाड़ियों का इस्तेमाल शहरी पुलिसिंग के लिए होगा या इनसे ग्रामीण इलाकों में गश्त लगवाई जाएगी।