एसईसीएल से टेंडर, पर वर्कआर्डर के लिए मांगे पैसे… एसीबी ने अफसर को 7 हजार, सहयोगी को 4 हजार रु. के साथ दबोचा
बुधवार को मछली अफसर, आरआई तथा पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार करने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने कार्रवाई का सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रखा। गुरुवार को एसीबी की टीम ने चिरमिरी में एसईसीएल के अधीक्षक संजय सिंह तथा और ओवरसियर वी श्रीनिवास को क्रमशः 7 हजार और 4 हजार रुपए के रंगे हुए नोटों के साथ गिरफ्तार कर लिया। एसीबी से मिली जानकारी के मुताबिक अंबिकापुर के एक ठेकेदार ने शिकायत की थी कि उसे एसईसीएल में एक ठेका तो मिला, लेकिन दो माह तक वर्क आर्डर जारी नहीं किया गया। जब उसने चिरमिरी जाकर जीएम दफ्तर के ओवरसियर से बात की, तो उसने बताया कि 11 हजार रुपए लगेंगे। ठेकेदार ने इसकी शिकायत एसीबी से की। ब्यूरो ने जांच-पड़ताल के बाद मामले को सही पाया। ठेकेदार को 11 हजार रुपए के साथ भेजा गया। एसीबी के मुताबिक उसने 7 हजार रुपए अधीक्षक सिंह तथा 4 हजार रुपए ओवरसियर श्रीनिवास को दिए। लेनदेन के दौरान ही एसीबी अफसरों ने धावा बोला और दोनों को अरेस्ट कर लिया। इसके बाद दो टीमें इन अफसरों के घरों में भी जांच के लिए पहुंची हैं। हालांकि इस छापे के बाद से ही एसईसीएल में ठेके दिए जाने को लेकर बिलासपुर-सरगुजा संभाग में कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं।