दिल्ली से फरमान… मिठाई, खोवा, पनीर, घी और दूध उत्पादों पर होगी कड़ी नजर, इस बार जांच-छापे बढ़ेंगे
केंद्र सरकार कितनी अलर्ट है, इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि त्योहारी सीजन शुरू होते ही दिल्ली से छत्तीसगढ़ को फरमान आ गया है कि इस दौरान आम लोगों को क्वालिटी मिठाइयां, खोवा-पनीर, घी और दूध से बने उत्पाद बेहतर क्वालिटी के ही मिलना चाहिए, यह सुनिश्चित किया जाए। हर घर में त्योहारी सीजन में किसी न किसी रूप में मिल्क प्रोडक्ट और मिठाइयों की खपत बढ़ती है, इसलिए राज्य के फूड सेफ्टी समेत सभी जिम्मेदार एजेंसियों को अभी से निगरानी शुरू करनी चाहिए और इसे लगातार बढ़ाते रहना होगा। नकली तो दूर की बात है, नई दिल्ली का फरमान है कि इस तरह की खाद्य सामग्री अगर सब स्टैंडर्ड (लो क्वालिटी) भी मिलती है तो ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
केंद्रीय फूड सेफ्टी अथारिटी ने छत्तीसगढ़ समेत सभी राज्यों को भेजे निर्देश में कहा है कि नकली और सब स्टैंडर्ड के साथ-साथ इन सामग्री में मिलावट पर भी कड़ी नजर रखने की जरूरत है। इसके लिए फूड सेफ्ट, ड्रग कंट्रोलर तथा दूसरी रेगुलेटरी एजेंसीज को भी कड़ी निगरानी शुरू करनी चाहिए। इस तरह की खाद्य सामग्री की क्वालिटी पर नियंत्रण के लिए निगरानी और छापों के साथ-साथ लोगों को जागरुक करने की ड्राइव भी चलाने की जरूरत है। इसकी वजह ये है कि दूध-घी तथा इससे बने प्रोडक्ट की खपत हर घर में अगले दो माह तक ज्यादा रहनेवाली है। ऐसे में मिठाई की दुकानों तथा ऐसे सभी संस्थान जहां दूथ के उत्पाद बनाए जाते हैं, वहां सख्त निगरानी शुरू की जाए। यही नहीं, फूड सेफ्टी जांच वाहनों को ऐसी जगह पर रखा जाए, जहां इस तरह के उत्पाद का मार्केट है, ताकि मिठाई वगैरह की अनिवार्य जांचें तुरंत हो सकें और नतीजे आएं। केंद्र सरकार की ओर से जारी सर्कुलर में इस अभियान को मोस्ट इंपार्टेंट की श्रेणी में रखा है और निर्देश दिए हैं कि मिठाई वगैरह की क्वालिटी से किसी भी स्थिति में कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए।