बलरामपुर में हिरासत में मौत… अस्पताल के संविदा कर्मी का शव थाने में गमछे से लटका मिला… लोगों ने मचाया हंगामा
कवर्धा की जेल में गंभीर चोटों के कारण युवक प्रशांत साहू की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि बलरामपुर थाने के वाशरूम में अस्पताल के संविदाकर्मी का शव गमछे से लटका मिला है, जिससे बलरामपुर में हंगामा खड़ा हो गया है। अस्पताल के कर्मचारियों और शहर के लोगों ने युवक की मौत पर जमकर हंगामा किया है। आईजी अंकित गर्ग ने मीडिया से बातचीत में हिरासत में मौत (कस्टोडियल डेथ) की पुष्टि की और कहा कि नियमानुसार जांच की जा रही है। मृत संविदाकर्मी का नाम पुलिस ने दिलीप मंडल बताया है। जो जानकारी आ रही है, उसके मुताबिक दिलीप को तीन दिन से रोजाना थाने बुलाया जा रहा है। उसकी पत्नी रीना कुछ दिन पहले गायब हुई थी। उसी संबंध में दिलीप को पुलिस बार-बार बुला रही थी। दिलीप के जाननेवालों ने मीडिया को बताया कि बार-बार थाने बुलाने से वह परेशान था। गुरुवार को भी उसे थाने बुलाया गया। तकरीबन साढ़े 3 बजे थाने से सूचना दी गई कि दिलीप का शव थाने के वाशरूम में उसी के गमछे से लटका मिला है। इसके बाद बलरामपुर में हंगामा खड़ा हो गया है।
दिलीप पर थाने में कोई केस नहीं था दर्ज
दिलीप मंडल के खिलाफ बलरामपुर थाने में कोई केस दर्ज नहीं था। इस मामले में बलरामपुर थाने के टीआई या एसपी का अधिकृत बयान नहीं आया है कि उसे क्यों बुलाया जा रहा था। सूत्रों के मुताबिक पुलिस को शक था कि पत्नी की गुमशुदगी में दिलीप का हाथ हो सकता है। बहरहाल, दिलीप के शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है। हंगामा तथा नारेबाजी को देखते हुए पुलिस ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। बता दें कि कवर्धा की जेल में कुछ दिन पहले युवक प्रशांत साहू की मौत हुई थी, जिसके बारे में यह माना गया था कि गिरफ्तारी के समय उसकी पिटाई की गई थी। उसे पुलिस कस्टोडियल डेथ के रूप में ही ट्रीट कर रही है, और अब बलरामपुर थाने में हुई मौत ने राजधानी के अफसरों को भी बेचैन कर दिया है। सरगुजा आईजी अंकित गर्ग का कहना है कि इस मामले में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा तय प्रोटोकाल के अनुसार कार्रवाई कर रहे हैं।