डोंगरगढ़-कवर्धा-कटघोरा रेललाइन की बंद फाइल सीएम साय की रुचि से फिर धड़की… डीएमएफ से 300 करोड़ का फंड
भाजपा की पिछली सरकार के कार्यकाल के बाद से लगभग बंद पड़ी डोंगरगढ़-कवर्था-कटघोरा रेललाइन में सीएम विष्णुदेव साय ने दिलचस्पी दिखाई है। उन्होंने गुरुवार को डीएमएफ सलाहकार समिति की बैठक सीएम हाउस में बुलवाई। इस बैठक में इस बात की समीक्षा की गई कि डीएमएफ से किन प्रोजेक्ट के लिए राशि सेंक्शन हुई थी और उसमें अब तक कितना काम हुआ है। इसी बैठक में डोंगरगढ़-कवर्धा-मुंगेली-कटघोरा की प्रस्तावित रेलवे लाइन का विषय भी आया, जिस पर काम पिछले कई साल से लगभग बंद पड़ा है। सीएम साय ने इस रेलवे लाइन के भूअर्जन और प्रारंभिक निर्माण कार्य के लिए डीएमएफ फंड से 300 करोड़ रुपए की मंजूरी दी।
सीएम हाउस में डीएमएफ सलाहकार समिति की बैठक में चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन तथा सीएम के सचिव पी दयानंद और राहुल भगत तथा अन्य अफसर मौजूद थे। बैठक में सीएम साय ने कहा कि डीएमएफ में जितनी राशि उपलब्ध है, उसे प्रदेश के अधोसंरचना विकास के कांसेप्ट पर लगाया जाए। इस आधार पर छत्तीसगढ़ रेलवे कॉरपोरेशन को डोंगरगढ़-कबीरधाम-मुंगेली-कटघोरा रेलमार्ग के लिए 300 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई। साथ ही, माइनिंग डायरेक्टोरेट को छत्तीसगढ़ राज्य में खनिजों की तलाश, खनिज ब्लाक की नीलामी तथा अन्य उपयोग के लिए 83 करोड़ रुपए का फंड भी मंजूर किया गया है। सीएम साय ने राज्य में खनिज राजस्व में और वृद्धि की संभावनाओं का अध्ययन करने तथा माइनिंग एरिया में सुधार के लिछए विशेषज्ञ संस्थाओं की सेवाएं लेने का निर्देश दिया। इसके लिए भी डीएमएफ से 20 करोड़ रुपए अतिरिक्त तौर पर दिए जाएंगे। गौरतलब है कि खनिज विभाग द्वारा प्रतिवर्ष प्राप्त होने वाले कुल खनिज राजस्व की 5% राशि खनिज विकास निधि मद अंतर्गत आरक्षित रहती है। उक्त निधि से सलाहकार समिति के अनुशंसा अनुसार संचालनालय भौमिकी एवं खनिकर्म, सीएमडीसी, रेल एवं सड़क परिवहन तथा खनन क्षेत्र में आवश्यक अधोसंरचना निर्माण के लिए राशि प्रदान की जाती है।