फोर्स से पिटे तो गांववालों से बदला लेने लगे नक्सली… बीजापुर में दो पूर्व सरपंचों की हत्या… अबूझमाड़ मुठभेड़ में जवान शहीद
छत्तीसगढ़ में फोर्स के सामने बुरी तरह कमजोर पड़े नक्सलियों ने अब निहत्थे ग्रामीणों से बदला लेना शुरू कर दिया है। बीजापुर में पिछले 24 घंटे में नक्सलियों ने दो पूर्व सरपंचों की निर्ममता से हत्या की और शवों के पास पर्चे फेंके हैं। मिली जानकारी के मुताबिक तीन दिसंबर की शाम नक्सलियों ने भैरमगढ़ में रहने वाले नजदीकी गांव के पूर्व सरपंच सुकलू फरसा को उठाया और जंगल ले गए। उसकी 4 तारीख को दिन में जंगल में ही हत्या कर दी गई। इसी तरह, बीजापुर में रहनेवाले करीबी गांव के पूर्व सरपंच सुखराम को नक्सलियों ने 4 दिसंबर की शाम रास्ते से उठा लिया। सुखराम का शव गुरुवार को सुबह सड़क पर मिला। वहीं नक्सलियों का पर्चा भी पाया गया। इन वारदातों की बस्तर के नक्सल प्रभावित इलाकों में खासी चर्चा है और कहा जा रहा है कि फोर्स से नहीं निपट पाने का बदला नक्सली निहत्थे ग्रामीणों से निकाल रहे हैं।
इधर, नक्सल आपरेशंस में अच्छा काम करने की वजह से हाल में कांस्टेबल से हवलदार प्रमोट किए गए विरेंद्र कुमार सोरी नारायणपुर-कोंडागांव बार्डर पर नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए। बस्तर आईजी ने इस मुठभेड़ में जवान के शहीद होने की पुष्टि की। जवान सोरी का आज ही नारायणपुर लाया गया और सलामी दी गई। सीएम विष्णुदेव साय ने अपने अधिकृत सोशल मीडिया हैंडल पर इस मुठभेड़ की सूचना देते हुए जवान की शहादत पर श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा कि वीरगति को प्राप्त हुए हमारे जवान सोरी के परिजन के साथ उनकी पूरी संवेदनाएं हैं।