एक अजीब मामला… खुद को सरेंडर नक्सली बताकर युवक “शांति वार्ता” के लिए घुसा अबूझमाड़ में… दस दिन से नहीं लौटा… वायरल वीडियो से गरमाई चर्चा

यह अजीबोगरीब मामला है, जिसमें पुष्टि के नाम पर केवल बस्तर में वायरल एक वीडियो ही है। इस वीडियो में खुद को सरेंडर नक्सली बताता हुआ युवक कह रहा है कि वह नक्सली हिंसा से मुक्ति चाहता है। वीडियो के मुताबिक- मैंने गृहमंत्री और आईजी से कहा था कि नक्सलियों से शांति वार्ता करने जाना चाहता हूं। उन्होंने मना कर दिया, लेकिन मैं ऐसा करूंगा…। वीडियो 10 दिन पुराना है। बस्तर मीडिया से जो रिपोर्ट्स आ रही हैं, उसके मुताबिक यह कथित सरेंडर नक्सली वीडियो बनाने के बाद अबूझमाड़ के जंगलों में चला गया। उसके बाद से उसकी कोई खबर नहीं है। यह तय है कि सरकार की तरफ से कोई शांतिदूत फिलहाल कहीं नहीं भेजा गया है और न ही ऐसी पहल की गई है। यह वीडियो बस्तर में वायरल हुआ है। द स्तंभ इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता, इसलिए इसे फारवर्ड भी नहीं कर रहा है। कंटेंट की भी पुष्टि नहीं की जा सकती, लेकिन यह दिलचस्प है। बस्तर मीडिया में ऐसी बातें भी उठ रही हैं कि कम से कम इस युवक की तलाश करनी चाहिए और मिलने पर पूछना चाहिए कि वह कहां और क्यों गया था, और 10 दिन तक उसने अबूझमाड़ में क्या किया।
बस्तर के सोशल मीडिया से यह वीडियो और रिपोर्ट्स राजधानी तक पहुंच रही हैं। इस युवक की पहचान करने के लिए कोई तैयार नहीं है। वह दावा कर रहा है कि उसने गृहमंत्री और आईजी से चर्चा की थी। लेकिन इसकी भी पुष्टि नहीं हुई कि उसने किसी से चर्चा की भी थी या नहीं। वीडियो में वह बेहतर हिंदी बोल रहा है और उसकी वाइस में कांफिडेंस नजर आ रहा है। रायपुर में पुलिस मुख्यालय के सूत्रों ने दो-टूक कहा है कि किसी तरह की वार्ता के लिए किसी को न तो भेजा गया है, और न ही फिलहाल ऐसा कोई विचार है। इस पूरे मामले में केवल सवालों के अलावा कुछ नहीं है। चूंकि वीडियो में युवक की पहचान हो रही है, ऐसे में अगर पुलिस उसे तलाश करती है तो शायद कुछ नए तथ्य मिल सकते हैं।