11 हाथियों ने पहाड़ी गांव में दो झोपड़ियां रौंदी… सो रहे दो मासूम बच्चों की मौत… मां-बाप ने भागकर बचाई जान
सूरजपुर के प्रेमनगर इलाके के मुल्की पहाड़ पर झोपड़ियों बनाकर रह रहे पंडो आदिवासियों की छोटी सी बस्ती में शनिवार रात 2 बजे 11 हाथियों के झुंड ने हमला बोल दिया। वहां 11 झोपड़ियां थीं, लेकिन हाथियों ने सिर्फ दो को निशाना बनाया। एक झोपड़ी को हाथियों ने बुरी तरह तहस-नहस किया और इस तरह रौंदा की भीतर सो रहे दो बच्चों की बुरी तरह कुचले जाने से मौके पर ही जान चली गई। इसी झोपड़ी में बच्चों के माता-पिता तथा एक और रिश्तेदार भी थे। हाथियों का हमला इतना आक्रामक था कि बच्चों को बचाने में नाकाम मां-बाप समेत तीनों को जान बचाने के लिए भागना पड़ा। तीनों ने जंगल में किसी तरह रात बिताई और हाथियों के दल के लौटने के बाद जब वापस आए तो दोनों बच्चों का बुरी तरह कुचला हुआ शव मिला। इस घटना की खबर इलाके में तेजी से फैली और कई गांव में दहशत हो गई है।
सुबह इस घटना की खबर मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और हाथियों के दल को लोकेट करने की कोशिश करते हुए आसपास के गांवों के लिए अलर्ट जारी कर दिया। वन विभाग के लोगों ने ही पूछताछ के बाद बताया कि झोपड़ी में काफी अनाज रखा था। हाथी बच्चों को कुचलने के बाद उन्हें भी चट कर गए। इसके अलावा दूसरी झोपड़ी को तोड़कर वहां रखा अनाज भी खा गए। इधर, पुलिस ने बताया कि हाथियों के हमले में बिखू पंडो के बेटे बिसू पंडो (11) और बेटी काजल पंडो (5) की मौत हुई है। दोनों बच्चों का शव पीएम के बाद परिजन को रविवार शाम को सौंपा गया।