The Stambh Insight- रायपुर में कल सुबह 10 बजे, मंगलवार को दोपहर दो लोगों को शूट करनेवाला था गैंग
शूटर्स से मिली जानकारी से पुलिस अफसर सन्नः दहला देने वाली वारदातों से बचा रायपुर

लारेंस-अमन गैंग के शूटर रायपुर में सोमवार को सुबह 10 बजे और मंगलवार को दोपहर दो लोगों को शूट करने की तैयारी कर चुके थे। द स्तंभ की इन्वेस्टिगेशन के मुताबिक दोनों ही प्रमुख कारोबारी हैं और उनका बिजनेस झारखंड में भी चल रहा है। सोमवार को सुबह 10 बजे जिसे शूट किया जाने वाला था, उसे लेकर मयंक ने पप्पू सिंह को निर्देश दिए थे कि पूरी मैगजीन खाली करनी है। यह वारदात शहर के एक भीड़भरे हिस्से में की जाने वाली थी। दूसरी वारदात इसके ठीक 24 घंटे बाद शहर के आउटर में होनी थी। पहली वारदात के बाद शूटर्स और बाइक राइडर्स ने 24 घंटे तक छिपने के लिए ठिकाना भी तलाश लिया था।
पप्पू और रोहित से मिली जानकारी से रायपुर पुलिस के आला अफसर भी सन्न हैं। एक अफसर का कहना है कि ऐन वक्त पर शूटरों और बाइक राइडर्स की गिरफ्तारी से रायपुर शहर लगातार दो दिन बैक टू बैक बड़ी वारदातों से बच गया है। रायपुर के लिए यह संभवतः पहला मौका है, जब सुपारी किलिंग केे लिए अंतरराषट्रीय गैंग के शूटर पहुंचे थे। गनीमत थी कि रायपुर क्राइम ब्रांच को कहीं से रोहित के बारे में हल्का सा इनपुट मिला और उसकी गिरफ्तारी से सुनियोजित अपराध की यह पूरी साजिश खुल गई। दोनों शूटर को मलेशिया से निर्देश देने वाले मयंक सिंह को भी रायपुर पुलिस राउंड अप करने के लिए दिल्ली की एजेंसियों को मदद ले रही है। हालांकि उसे पकड़े जाने की कोशिश अब तक कामयाब नहीं हो सकी है।
बिहार-झारखंड स्टाइल शूट करने वाले थे दो लोगों को
रोहित से जो पिस्टल मिली है, अफसरों के मुताबिक वह देशी नहीं है। एक फुल लोड मैगजीन भी है, जो सोमवार को सुबह 10 बजे खाली की जानी थी। मामला बहुत संवेदनशील है, इसलिए काफी बातें गोपनीय रखी गई हैं। किन लोगों पर इस गैंग का निशाना था, यह केवल आला पुलिस अफसर ही जानते हैं लेकिन सुरक्षा कारणों से इसे डिस्क्लोज नहीं किया जा रहा है। सिर्फ यही कहा गया है कि बड़े कारोबार से जुड़े दो लोग हैं, जिनमें से एक तो बाकायदा एक बड़ी कंपनी का संचालक है। पुलिस को उम्मीद है कि रिमांड में लेकर पूछताछ करने से इन आरोपियों से देशभर में की गई कुछ और बड़ी वारदातों का खुलासा हो सकता है।