न्यूज रील…पीएम के “मुजरा” बयान पर भड़की कांग्रेसः आसिफ मेमन कान्हा से गिरफ्तारः फ्राड में तहसीलदार, डिप्टी रजिस्ट्रार फंसे
पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार में हुई एक चुनावी सभा में अपने भाषण में कहा- वोट बैंक के लिए इंडी गठबंधन वाले लालटेन लेकर मुजरा करें… इस बयान पर समूची कांग्रेस भड़क गई है। छत्तीसगढ़ में भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया आई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, संचार विभाग के चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला और प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने आरोप लगाया कि चुनाव में हार देखकर पीएम मोदी की मानसिक स्थिति बिगड़ गई है। कांग्रेस नेताओं ने इस मुजरा शब्द पर कड़ी आपत्ति व्यक्ति करते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ की डेढ़ करोड़ और देशभर की 70 करोड़ शक्ति स्वरूपाओं पर आघात है और इसकी जितनी निंदा की जाए, कम है। उन्होंने कहा कि पीएम मांस-मटन, मंगलसूत्र और घर छीनने के बाद अब मुजरा जैसी शब्दावली पर उतर आए हैं, जो कि प्रधानमंत्री की गरिमा के अनुकूल नहीं है।
आसिफ चार साल पुराने जमीन के केस में गिरफ्तार
सिविल लाइंस थाने में चार साल पहले जमीन खरीदी-बिक्री में दर्ज हुई चारसौबीसी की एफआईआर में आरोपी कांग्रेस नेता आसिफ मेमन को पुलिस ने कान्हा किसली से गिरफ्तार किया है। एएसपी लखन पटले ने बताया कि आसिफ के खिलाफ कोर्ट से स्थायी वारंट था और उसकी तलाश चल रही थी। पुख्ता सूचना पर कान्हा किसली में छापा मारकर उसे पकड़ा गया। आसिफ के खिलाफ नूर बेगम नाम की महिला ने फ्राड की रिपोर्ट लिखाई थी। एफआईआर के मुताबिक नूर बेगल की 1.73 एकड़ जमीन का आसिफ ने 3 करोड़ 9 लाख रुपए में सौदा किया था और इसके बदले में 7 चेक दिए थे, जो बाउंस हो गए थे। इसी आधार पर पुलिस ने केस दर्ज किया था।
सिटी सेंटर माल, अस्पताल में निगम टीम ने किया सर्वे
भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए नगर निगम ने रविवार को देवेंद्रनगर के सिटी सेंटर माल और भाठागांव में श्री शक्ति अस्पताल के अग्निरोधी उपकरणों का मुआयना किया। निगम अफसरों ने दोनों संस्थानों में फायर उपकरणों की बारीकी से जांच कर निर्देश दिए कि यह फायर सेफ्टी नियमों के अनुरूप होना चाहिए। दोनों जगह निगम अफसरों ने संबंधित प्रबंधनों को अग्निरोधी व्यवस्था में सुधार के टिप्स दिए और कहा कि सभी दिशा-निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन किया जाए, अन्यथा नियमानुसार कार्रवाई होगी।
दो तहसीलदार, एक डिप्टी रजिस्ट्रार समेत 10 पर केस
जांजगीर में दूसरे की जमीन उसके हमनाम व्यक्ति द्वारा किसी अन्य को बेचने के मामले में विक्रेता और खरीदार के अलावा पुलिस ने प्रमाणीकरण तथा रजिस्ट्री में अफसरों को जिम्मेदार मानते हुए दो तहसीलदार, एक डिप्टी रजिस्ट्रार और 3 पटवारियों के खिलाफ भी चारसौबीसी दर्ज कर ली है। जिनके खिलाफ केस रजिस्टर हुआ है, उनमें विक्रेता संजय बघेल और खरीदार साहिल देवांगन के अलावा तहसीलदार डीएस उइके, तहसीलदार सरस्वती बंजारे, डिप्टी रजिस्ट्रार विजय दिहतुडूक तथा पटवारियों अरविंद साहू, युवराज पटेल और भूषण मरकाम समेत 10 लोगों के खिलाफ दस्तावेजों में हेराफेरी कर धोखाधड़ी का केस रजिस्टर किया है।