सौम्या, आरती और तीर्थराज को भी आईएएस ट्रेनिंग का बुलावा… जबकि तीनों का आईएएस अवार्ड का नोटिफिकेशन ही नहीं

छत्तीसगढ़ के जिन राज्यसेवा अफसरों को आईएएस बना दिया गया, उनकी सबसे ज़रूरी इंडक्शन ट्रेनिंग 5 मई से 13 जून तक मसूरी में होगी। इसके लिए अफसरों को बुलावा आ गया। लेकिन केंद्र सरकार में संयुक्त सचिव स्तर के अफसर के दस्तखत से आई चिट्ठी ने चौंकाया भी है। इस चिट्ठी में 14 अफसरों को ट्रेनिंग में बुला लिया गया है, जबकि अभी केवल 11 अफसरों को ही आईएएस बनाया गया है। इस चिट्ठी के मुताबिक सौम्या चौरसिया, आरती वासनिक और तीर्थराज अग्रवाल को भी इंडक्शन ट्रेनिंग में बुलाया गया है। जबकि वस्तुस्थिति ये है कि अभी तीनों का ही लिफाफा बंद है क्योंकि इनका आईएएस अवार्ड का नोटिफिकेशन ही नहीं हुआ है।
केंद्र से आई चिट्ठी में ऐसी गलती कैसे हुई, इस बारे में एक अफ़सर ने कटाक्ष किया कि यहाँ हो या वहाँ, अफ़सर-कर्मचारी एक जैसे ही रहते हैं। दिल्ली में पदस्थ अफ़सर सुपरह्यूमन नहीं हैं कि कोई चूक ही न हो। चिट्ठी डीओपीटी के संयुक्त सचिव एसडी शर्मा के दस्तखत से छत्तीसगढ़ के चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन को भेजी गई है। चिट्ठी में एक लाइन से 14 अफसरों को ट्रेनिंग के लिए बुलाने की सूचना है। इनने 11 राज्यसेवा अफसरों संतोष देवांगन, हिना अनिमेष नेताम, अश्वनी देवांगन, रेणुका श्रीवास्तव, आशुतोष पांडे, अजय कुमार अग्रवाल, लोकेश कुमार, प्रकाश कुमार सरवे, गजेंद्र सिंह ठाकुर और तनुजा सलाम के नाम तो हैं ही, बंद लिफाफे वाले तीनों अफसरों के नाम भी उसी क्रम में हैं। इनमे से सौम्या का जेल में रहने तथा आरती के ख़िलाफ़ हाल में डीई शुरू हो जाने की वजह से फिलहाल आईएएस अवार्ड मुश्किल है। केवल तीर्थराज अग्रवाल की ही संभावना है क्योंकि डीई खत्म हो चुकी है और केस का फैसला भी जल्द होने की संभावना है।