राजेश मूणत की विशाल कांवड़ यात्रा से होगा सावन का समापन…18 को उमड़ेंगे हजारों शिवभक्त

बाबा हटकेश्वरनाथ के अनन्य भक्त तथा रायपुर पश्चिम के दिग्गज भाजपा विधायक राजेश मूणत के नेतृत्व में गुढ़ियारी से महादेवघाट तक की कांवड़ यात्रा इस बार ऐतिहासिक होगी। रविवार, 18 अगस्त को सावन का अंतिम दिन है और पूरा दिन रायपुर से महादेवघाट तक इस कांवड़ यात्रा में आस्था का सैलाब उमड़ने जा रहा है। तीन बार के केबिनेट मंत्री रहे राजेश मूणत और उनकी टीम ने इस उत्सव को बेहद गरिमामयी और बाबा भोलेनाथ की आस्था से सराबोर करने की तैयारी शुरू कर दी है। खुद मूणत कांवड़ लेकर इस यात्रा का नेतृत्व करेंगे और शिवभक्तों के विशाल समूह के साथ गुढ़ियारी से पैदल महादेवघाट तक जाएंगे।
टीम राजेश मूणत ने 18 अगस्त को होने वाली विशाल कांवड़ यात्रा को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। रायपुर और आसपास के हजारों शिवभक्त इस कांवड़ यात्रा में शामिल होंगे, इसे ध्यान में रखते हुए गुढ़ियारी से महादेवघाट तक पूरे यात्रा पथ पर इस तरह की तैयारी होगी कि कांवड़ यात्रियों को सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। समूचा यात्रा पथ भगवान शिव की भक्ति से सराबोर नजर आने वाला है। इस यात्रा में राजधानी तथा सरकार के सभी गणमान्य शिवभक्त भी आमंत्रित रहेंगे। मूणत ने कहा कि कांवड़ यात्रा ऐसे स्वरूप में होगी, ताकि पूरा शहर शिवमय नजर आए। माताओं-बहनों के लिए भी ऐसी व्यवस्था की जा रही है, ताकि उनके लिए यात्रा मार्ग तथा महादेवघाट पर सभी सुविधाएं उपलब्ध रहें। कांवड़ यात्रियों के लिए रास्ते में फलाहार के स्टाल भी लगाने की तैयारी की जा रही है। यात्रा को भव्य तथा सुविधाजनक बनाने के लिए मूणत ने अपने करीबियों को जिम्मेदारियां बांट दी हैं। टीम मूणत का कहना है कि इंतजाम इस तरह से किए जा रहे हैं, ताकि 18 अगस्त की कांवड़ यात्रा शहर के लिए यादगार बने।
कांवड़ लेकर आउंगा भोले बाबा के दरबार
राजेश मूणत ने बताया कि उनकी बाबा हटकेश्वरनाथ के प्रति गहरी आस्था है। अपने व्यक्तिगत और राजनीतिक जीवन से जुड़े महत्त्वपूर्ण अवसरों पर भोलेनाथ का आशीर्वाद लेने जाते रहे हैं। उन्होंने बताया कि हर साल की तरह वह इस साल भी सावन के पवित्र माह में कांवड़िया बनकर पैदल ही महादेवघाट जाएंगे। 18 अगस्त को वह हजारों शिवभक्तों के साथ विशाल कांवड़ पदयात्रा निकलेंगे। यह यात्रा गुढियारी स्थित मारुति मंगलम भवन से शुरू होगी, जो शहर के विभिन्न इलाकों से होते हुए महादेवघाट पहुंचेगी।