राजेश मूणत का बड़ा बयानः जिस कांग्रेस ने चुनी हुई 90 सरकारें गिराईं, उसे प्रजातंत्र-संविधान पर बोलने हक नहीं
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता तथा दिग्गज विधायक राजेश मूणत ने 25 जून को संविधान हत्या दिवस मनाने का विरोध करने वाली कांग्रेस को लेकर बड़ा बयान दिया है। मूणत ने कहा है कि कांग्रेस ने आजादी के बाद से पांच दशक तक राज्यों की चुनी हुई सरकारों को बर्खास्त करने का काम किया। राज्यों की 90 चुनी हुई सरकारें गिराईं। आज वही कांग्रेस प्रजातंत्र की बातें करती है, संविधान की रक्षा की दुहाई दे रही है। सच तो यह है कि कांग्रेस ने देश के संविधान और ऐतिहासिक प्रजातंत्र का गला घोंटने का काम ही किया है।
पूर्व मंत्री मूणत ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा कि कांग्रेस ने जिस तरह संविधान के खिलाफ काम किया, उसका आपातकाल यानी इमरजेंसी से बड़ा उदाहरण कुछ और नहीं हो सकता। कांग्रेस ने 25 जून 1975 को जब इमरजेंसी लगाई थी, वह देश का अब तक का ऐतिहासिक संविधान विरोधी कदम था। इसीलिए केंद्र सरकार ने 25 जून को संविधान हत्या दिवस घोषित किया। इससे कांग्रेस तिलमिला गई है और मौजूदा केंद्र सरकार पर संविधान के खिलाफ होने का आरोप लगा रही है। यह अरण्यरोदन है क्योंकि पूरा देश जानता है, लोकतंत्र की वास्तविक हत्या तो 25 जून को तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने ही की थी। मूणत ने कहा कि भारत विश्व का सबसे महान लोकतांत्रिक देश है। कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र के चेहरे पर कालिख पोती थी। इंदिरा शासनकाल में जिस तरह इमरजेंसी लगाई गई थी, उससे पूरी दुनिया में भारत की बदनामी हुई थी। आज केंद्र सरकार इसी बदनामी के दाग को धोने का प्रयास कर रही है।
आपातकाल की कुनीतियों को जानना जरूरी
भाजपा प्रवक्ता मूणत ने कहा कि कांग्रेस ने ऐतिहासिक प्रजातंत्र के गला घोंटने का काम शुरू से किया है। जब आपातकाल लगाया गया, पूरे देश ने एकजुट होकर इसका विरोध किया। अब आपातकाल दुख के दिनों के 50 वर्ष हो गए हैं। मौजूदा भारत सरकार ने आपातकाल के उसी दौर को याद करते हुए 25 जून के दिन को “संविधान हत्या दिवस” घोषित किया गया है। इसीलिए इस तारीख को संविधान की हत्या के दिवस के रूप में याद किया जाना जरूरी है। मूणत ने यह भी कहा कि आपातकाल के समय की कुनीति देश के लिए कितनी बड़ी चुनौती है, यह जानना भी इस समय देश के लोगों और सजग प्रजातन्त्र के लिए अति आवश्यक हो गया है।