रायपुर गोलीकांड का जिम्मा लिया अमन गैंग नेः हैंडलर मयंक सिंह की यूके से एफबी पर पोस्ट, मीडिया हाउस में काल

झारखंड में कोयला और कंस्ट्रक्शन में लगी ठेका कंपनी पीएआरए के रिंग रोड 1 स्थित दफ्तर पर कम से कम तीन हवाई कर फरार हुए शूटर लारेंस विश्नोई नहीं बल्कि झारखंड के कुख्यात अमन साहू गैंग से जुड़े हैं। गैंगस्टर अमन साहू के भरोसेमंद हैंडलर मयंक सिंह ने शनिवार रात ही फेसबुक पर लिखी एक पोस्ट में वारदात की जिम्मेदारी लेते हुए झारखंड में काम कर रहे सभी कारोबारियों को एलर्ट रहने की चेतावनी दी है। बाद में यह पोस्ट डिलीट कर दी गई। दावा किया जा रहा है कि यह पोस्ट यूके से की गई थी। हालांकि पुलिस ने फेसबुक की ऐसी किसी भी पोस्ट की जानकारी होने से इंकार किया है। अलबत्ता यह पोस्ट एक मीडिया हाउस से होती हुई पुलिस के आला अफसरों को भेजी गई है, ऐसा सूत्रों का कहना है।
मीडिया हाउस को गैंगस्टर मयंक का फोन
रविवार को दोपहर की बड़ी खबर यह है कि गैंगस्टर मयंक सिंह ने छत्तीसगढ़ के एक अखबार के जीएम को फोन कर अपना परिचय दिया और कहा कि रायपुर में आज-कल मेरा नाम सुन रहे होंगे। आवाज साफ नहीं थी, इसलिए मयंक ने फोन बंद किया और एक मैसेज भेजा। इसमें उसने लिखा- मैं अपने बास को परेशान और प्रताड़ित करनेवाले को दंडित करके, गुरुदक्षिणा स्वरूप भेंट करूंगा…। गैंगस्टर वारदात के बाद इसी तरह किसी न किसी मीडिया हाउस या पत्रकार का नंबर अरेंज कर उसे काल या सोशल मीडिया पर मैसेज करते रहते हैं। यह प्रवृत्ति लारेंस विश्नोई गैंग ने शुरू की थी।
पिछली बार थाईलैंड में बैठा था हैंडलर मयंक
करीब डेढ़ माह पहले रायपुर और रायगढ़ में फायरिंग करने के लिए रेकिंग करते हुए पकड़े शूटर्स की जांच में भी यह बात आई थी कि मयंक सिंह नाम का गैंगस्टर इन्हें थाईलैंड से हैंडल कर रहा था। उस मामले की जांच के दौरान आला अफसरों की जानकारी में यह बात भी आई थी कि गैंगस्टर मयंक को अमन का करीबी माना जाता है। फिलहाल अमन साहू गैंग का संचालन वही कर रहा है। झारखंड में काम कर रहे अमन साहू गैगस्टर्स की तमाम हैंडलिंग अब इंटरनेट और एप कालिंग पर टिकी है, जिसका पुलिस को रिकार्ड नहीं मिलता। हालांकि पुलिस के पास इसका भी एक तोड़ है।