राजेश मूणत ने बूढ़ातालाब पर स्मार्ट सिटी को घेरा… पर्यटन विभाग काम कर चुका था, तब स्मार्ट सिटी की क्या जरूरत… 6 करोड़ का म्यूजिकल फाउंटेन एक दिन में बंद

विधानसभा के वरिष्ठ सदस्य राजेश मूणत ने बूढ़ातालाब सौंदर्यीकरण के मुद्दे पर चर्चा में भाग लेते हुए रायपुर स्मार्ट सिटी को एक बार फिर घेरा है। प्रश्नकाल में सदस्य अजय चंद्राकर ने बूढ़ातालाब में स्मार्ट सिटी द्वारा करवाए गए कार्यों पर सवाल उठाए थे। इस विषय पर चर्चा के दौरान सदस्य राजेश मूमत ने गंभीर सवाल उठाया कि जब बूढ़ातालाब में पूर्व से ही पर्यटन मंडल काम कर रहा था, रायपुर नगर निगम ने भी वहां कुछ कार्य करवाए थे, तब स्मार्ट सिटी को वहां काम करने की क्या जरूरत पड़ गई।
चर्चा के दौरान राजे्श मूणत ने स्मार्ट सिटी के कार्यों की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी ने बूढ़ातालाब में 6 करोड़ रुपए खर्च कर एक म्यूजिकल फाउंटेन लगवाया था। यह एक दिन चलने के बाद ही बंद हो गया। इस बारे में जब पूछा गया, तो अफसरों ने मंत्री को ये कहकर गुमराह करने की कोशिश की कि फाउंटेन चल रहा है। जबकि वस्तुस्थिति यह है कि फाउंटेन एक दिन बाद जो बंद हुआ, तो अब तक बंद ही है। सदस्य मूणत ने विधानसभा में मांग उठाई कि इसके लिए जो भी जिम्मेदार अफसर हैं, उनके खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए। इसी प्रकार, राजेश मूणत ने स्मार्ट सिटी में lion कंसल्टेंट के साथ दो साल से चल रहे डिप्लॉयमेंट का मुद्दा उठाया और कहा कि इसके लिए कंसल्टेंटिंग कंपनी को स्मार्ट सिटी की ओर से करोड़ों रुपए का भुगतान किया गया है। इस बारे में विधानसभा में प्रश्न लगाया गया था, किंतु स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने फिर गुमराह करने का प्रयास किया कि उन्होंने किसी कंसल्टेंट की सेवाएं नहीं ली हैं। मूणत ने कहा कि उनके पास इस बारे में नोटशीट एवं दस्तावेज भी उपलब्ध हैं।