रायपुर के चर्चित सीडी कांड में 7 साल बाद सुनवाई… भूपेश बघेल समेत पांच लोग कोर्ट में पेश… सीबीआई का खुलासा- 85 हज़ार में बनी थी फ़र्ज़ी सीडी

छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित फर्जी सीडी कांड में 7 साल बाद राजधानी रायपुर की अदालत में मंगलवार को इस केस के सभी आरोपी पेश हुए। पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी पेशी में आए और हाजिरी लगाकर विधानसभा चले गए। उनके मीडिया सलाहकार रह चुके विनोद वर्मा, कैलाश मुरारका, विजय पांडेय और विजय भाटिया भी कोर्ट में पेश हुए। इस मामले के एक आरोपी रिंकू खनूजा की मृत्यु हो चुकी है। यह केस फिलहाल सीबीआई के पास है। सीबीआई ने कोर्ट में खुलासा किया कि छत्तीसगढ़ में जिस सीडी ने 2017-18 में खलबली मचा दी थी, वह दरअसल मार्फ्ड यानी चेहरा लगाकर बनाई गई सीडी थी। इसे 2017 में मुंबई में 85 हजार रुपए में बनाया गया था। सीडी को एक साल रखने के बाद इसकी कापी की गई और छत्तीसगढ़ में वायरल होने से पहले ही सीडी और इसकी कापियां छापे मारकर बरामद कर ली गईं। इस कांड में पुलिस ने उक्त सभी को आरोपी बनाया था।
सीबीआई को केस मिलने के बाद रायपुर में न्यायाधीश भूपेंद्र कुमार बसंत की अदालत से सभी आरोपियों को मंगलवार, 25 फरवरी को पेश होने के लिए समंस भेजे गए थे। इसी आधार पर सभी अदालत में पेश हुए। पूर्व सीएम भूपेश के जाने के बाद भी बाकी लोग अदालत में मौजूद रहे। सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि मार्फ्ड सीडी 2017 में मुंबई में मानस साहू नाम के युवक ने बनाई थी। इसके एक साल बाद दिल्ली में इसकी कापी करवाई गई। सीडी मार्फिंग में कई लोगों पर संदेह है, जिनकी जांच चल रही है। सीबीआई की ओर से अदालत में कहा गया कि उसके पास वीडियो में चेहरा बदलकर मार्फ्ड सीडी बनाने और इसकी कापी करने समेत तमाम डिजिटल एविडेंस हैं। अदालत ने इस मामले की सुनवाई 4 मार्च के लिए आगे बढ़ा दी है। अब इस केस की रेगुलर सुनवाई चलेगी।