पहले 8 मारे फिर 13, अब नक्सलियों को फिर आफर- सरेंडर करो तो ध्यान रखेंगे
सरेंडर पालिसी से भी धूल झाड़ी, नए सिरे से होगा मंथन
- जानिए मौजूदा सरेंडर पालिसी की मुख्य बातें – साधारण कैडर या बड़े इनामी नक्सली हों, सरेंडर करने पर उन्हें और परिवार के पुनर्वास की व्यवस्था सरकार करेगी। छोटे कैडर वाले नक्सली को 25 हजार रुपए दिए जाएंगे। 5 लाख या ज्यादा के इनामी नक्सली को सरेंडर करने पर 10 लाख रुपए उसके बैंक खाते में जमा किए जाएंगे। दो साल तक इस राशि से उन्हें ब्याज मिलेगा, इसके बाद वे रकम निकाल सकते हैं। नक्सली जितनी गोलियां लेकर सरेंडर करने पहुंचेंगे, प्रति गोली मुआवजा 25 रुपए से बढ़ाकर 50- रुपए किया गया है।
छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने नक्सलियों को एक बार फिर आफर दिया है कि अगर वे विकास की मुख्यधारा से जुड़कर सरेंडर करना चाहते हैं, तो उन पर ध्यान दिया जाएगा। इस बार सीएम विष्णुदेव साय ने कुनकुरी में कहा कि अगर नक्सली लड़ाई चाहते हैं, तो हमारे सैनिक सक्षम हैं। सरकार के आते ही सैनिकों ने सबसे पहले एक दिन में 8 नक्सलियों को मारा। उसके बाद दो दिन पहले 13 नक्सलियों को मार गिराया गया। भारी संख्या में हथियार भी बरामद किए हैं। नक्सलियों का सफाया करने में फोर्स को बड़ी कामयाबी मिल रही है। लेकिन हम नक्सलियों के सामने विकल्प रखना चाहते हैं। अगर वे मुख्यधारा में आते हैं, सरेंडर करते हैं, तो सरकार उनका समुचित ध्यान रखेगी।
सीएम साय ने साफ कर दिया कि छत्तीसगढ़ में अब नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई तेज कर दी गई है। यह समझ लेना चाहिए कि जब से छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आई है, डबल इंजन की सरकार बनी है, तभी से नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई छिड़ गई है। इस लड़ाई में हमारे सैनिकों को माओवादियों का सफाया करने में बड़ी कामयाबी भी मिलने लगी है। गौरतलब है, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी कह चुके हैं कि अगर नक्सली विकास की मुख्यधारा में शामिल करते हुए बातचीत करने के लिए सामने आते हैं, तो सरकार भी तैयार है।
सरेंडर पालिसी को ज्यादा आकर्षक बनाने की भी सोच
पूर्ववर्ती सरकार ने नक्सलियों को सरेंडर करने पर कुछ सुविधाओं का उल्लेख करते हुए सरेंडर पालिसी बनाई थी। इसमें आत्मसमर्पित नक्सलियों को तुरंत आर्थिक मदद तथा पुनर्वास का उल्लेख है। नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई तेज करते हुए अब सरेंडर पालिसी पर भी पुनर्विचार की तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक पुरानी पालिसी से जुड़ी फाइलों की धूल पुलिस मुख्यालय स्तर पर झाड़ी गई है। सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई तेज कर दी है, लेकिन यह अध्ययन भी चल रहा है कि नक्सली सरेंडर करें, इसके लिए क्या बेहतर आफर दिए जा सकते हैं।
बीजापुर में फिर मुठभेड़, फोर्स ने 3 नक्सलियों को मार गिराया
बीजापुर के तेलंगाना सीमा के हिस्से में पुजारी कांकेर के पास सुबह फोर्स के साथ मुठभेड़ में 3 और नक्सली मारे गए हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस का दावा है कि इस आपरेशन में यहां की फोर्स थी, लेकिन जानकारों के अनुसार तेलंगाना की खतरनाक ग्रेहाउंड फोर्स इस आपरेशन के लिए यहां आई और छत्तीसगढ़ की फोर्स की मदद से नक्सलियों को मार गिराया। मुठभेड़ में और नक्सलियों के मारे जाने की बातें आई हैं, लेकिन देर रात तक पुष्टि नहीं हुई।