विरासत टैक्स पर सीएम साय कांग्रेस पर भड़के, कहा- संपत्ति गरीबों, पिछड़ों की, घुसपैठियों की नहीं
काफी अरसे से कांग्रेस के थिंक टैंक समझे जाने वाले वाले सैम पित्रोदा के विरासत टैक्स वाले बयान को लेकर सीएम विष्णुदेव साय कांग्रेस पर जमकर भड़के हैं। उन्होंने मीडिया से कहा कि कांग्रेस ने भारतीय समाज की उस पारिवारिक संरचना पर प्रहार कर दिया है, जो संपत्ति को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को हस्तांतरित करती है और रिश्तों को जोड़ने की मजबूत कड़ी है। सीएम साय ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने देश के टुकड़े किए फिर उसे जातियों मे बांटा, उसके बाद तुष्टिकरण के लिए यहां तक कह दिया कि देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों (मुस्लिमों) का है। अब कांग्रेस के लोग कह रहे हैं कि सत्ता में आए तो कानून बनाया जाएगा और लोगों की मृत्यु के बाद उनकी संपत्ति सरकार ले लेगी।
सीएम ने राहुल गांधी के एक बयान का उल्लेख किया, जिसमें राहुल ने कहा था कि अगर चुनाव बाद उनकी सरकार सत्ता में आई तो एक सर्वे कराया जाएगा और पता लगाया जाएगा कि किसके पास कितनी संपत्ति है। अब कांग्रेस के थिंक टैंक माने जाने वाले सैम पित्रोदा ने अमेरिकी कानून का हवाला देकर यह कह दिया है- ‘अमेरिका में 55 फीसदी संपत्ति सरकारी खजाने में जाती है। अमेरिका में विरासत पर कर लगता है। अगर किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और जब उसकी मृत्यु होती है तो वह केवल 45 प्रतिशत अपने बच्चों को हस्तांतरित कर सकता है जबकि 55 प्रतिशत सरकार द्वारा हड़प लिया जाता है। लेकिन भारत में रहकर अपनी पीढ़ी के लिए संपत्ति जुटाई और जब आप स्वर्गवासी हो रहे हैं तो आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए।
श्री साय ने कहा है कि कांग्रेस तुष्टिकरण में इतनी अंधी हो गई है कि देश की सनातन परिवार परंपरा पर सीधी चोट कर रही है। कांग्रेस की मंशा है कि लोगों की जायदाद राजसात कर उसे उन लोगों में बांट दिया जाए, जिनके ज्यादा बच्चे हैं या जो घुसपैठिए हैं। देश और छत्तीसगढ़ की जनता को यह कतई स्वीकार नहीं है। सीएम साय ने तीखे शब्दों में कहा कि देश के लोगों की संपत्ति विदेशी घुसपैठियों के लिए नहीं है। यहां के संसाधन रोहिंग्याओं के लिए नहीं है। यह संपत्ति-संसाधन हमारे आदिवासी, दलित, पिछड़ों, और गरीबों की है। इस पर कांग्रेस की बुरी नीयत को सहन नहीं किया जाएगा।