राजनांदगांव में 76, महासमुंद-74.5, कांकेर में 74 फीसदी वोट पड़े थे 2019 में, इस बार 73% ही
वोटिंग पिछले चुनाव के मुकाबले कुछ कम, अगले 38 दिन इसी से लगाए जाएंगे पूर्वानुमान
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण की तीन सीटों राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर में रात 12 बजे तक औसतन 73 प्रतिशत मतदान की खबर है। आधी रात जो आंकड़े निर्वाचन दफ्तर के पास पहुंचे हैं, उनके मुताबिक कांकेर में सर्वाधिक 74 प्रतिशत तथा राजनांदगांव और महासमुंद में 72-72 प्रतिशत मतदान हुआ है। तीनों ही जगह मतदान का प्रतिशत 2019 में हुए चुनाव की अपेक्षा लगभग दो-दो प्रतिशत कम है। फाइनल आंकड़े शनिवार को सुबह तक जारी किए जाएंगे, लेकिन माना जा रहा है कि इस बार मतदान पिछले चुनाव के मुकाबले तीनों सीटों पर कम ही रहने वाला है।
राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक 2019 में राजनांदगांव में 76.04 वोट पड़े थे। इसी तरह, महासमुंद में 74.51 फीसदी तथा कांकेर में 74.27 प्रतिशत मतदान हुआ था। तब तीनों ही सीटों पर भारी मतदान की बातें आई थीं। इन सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार जीते थे, हालांकि कांकेर में जीत का अंतर बहुत कम (महज साढ़े 4 हजार) ही था। राजनांदगांव में मोहला-मानपुर, महासमुंद में बिंद्रानवागढ़ और कांकेर में बस्तर और सटे इलाकों के सब मिलाकर करीब 400 पोलिंग बूथ पर मतदान दोपहर 3 बजे बंद हो गया था। शेष इलाकों में सामान्य तौर पर शाम 6 बजे तक वोट पड़े। इस दौरान राजनांदगांव में कुछ बूथों से तनाव की खबरें आईं, लेकिन हिंसा नहीं हुई। आज जमा हुई ईवीएम मशीनें 38 दिन बाद, 4 जून को खुलेंगी। तब तक जितने भी राजनैतिक गणित लगाए जाएंगे, उनका आधार इस बार के मतदान के आंकड़े का पिछली बार हुए मतदान और उसमें हुई जीत-हार पर ही आधारित रहनेवाला है।
राजनांदगांव सीट भाजपा के पास, भूपेश के उतरने से मुकाबला दिलचस्प
राजनांदगांव लोकसभा सीट पिछले चार चुनाव से भाजपा के पास है। यहां से 2019 में भाजपा के संतोष पांडेय बड़ी लीड से जीते थे और इस बार भी उम्मीदवार हैं। लेकिन कांग्रेस से पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने यहां से उम्मीदवारी कर मुकाबला दिलचस्प बना दिया है और पिछले एक महीने से राजनांदगांव प्रदेश की सबसे हाट लोकसभा सीट बनी हुई है।
महासमुंदः भाजपा ने सांसद का टिकट काटा, कांग्रेस ने साहू को उतार दिया
महासमुंद सीट पिछले तीन चुनाव से भाजपा जीत रही है। दो बार चंदूलाल साहू सांसद बने थे, पिछला चुनाव चुन्मीलाल साहू ने जीता था। इस बार भाजपा ने उनका टिकट काटकर रूपकुमारी चौधरी को दिया है। कांग्रेस ने पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू को दुर्ग से चुनाव लड़ने महासमुंद भेजा है। जातीय समीकरणों की वजह से इस सीट पर विश्लेषकोंकी नजर है।
कांकेरः सीट भाजपा की लेकिन पिछले चुनाव में जीत का अंतर बहुत कम
कांकेर सीट भी भाजपा के पास है लेकिन इस बार भाजपा ने मौजूदा सांसद का टिकट काटकर भोजराज नाग को मैदान में उतारा है। पिछले चुनाव में लगभग साढ़े 4 हजार वोटों से हारनेवाले बीरेश ठाकुर पर कांग्रेस ने फिर भरोसा जताया है। इस लोकसभा क्षेत्र की सीटों तीन जिलों कांकेर, बालोद और धमतरी में हैं और तीनों के समीकरण भी अलग-अलग हैं।