बड़े लोगों की शराब इतनी महंगी… छोटे कर्मियों की आधे माह की सैलरी जितनी
प्रीमियम बोतलें 1 से 2 हजार रुपए महंगी, देसी में भी महंगाई
छत्तीसगढ़ में शराब की बिक्री शासन के हाथों में है, और हर सामान की तरह इसमें भी महंगाई की आग लग गई है। 1 अप्रैल से अंग्रेजी के प्रीमियम ब्रांड यानी बड़े लोगों की शराब की बोतल 1 से 2 हजार रुपए तक महंगी हो गई हैं। सस्ते ब्रांड भी बोतल पर 100 से 200 रुपए तक महंगे हुए हैं। देसी पौव्वा भी 10 रुपए ज्यादा में मिलेगा।
ब्रांड जितना प्रीमियम, बोतल के दाम उतने ज्यादा बढ़े
दुकानों में जो नई रेट लिस्ट आई है, उसके मुताबिक अब रेड लेवल 1900 के बजाय 2760 रुपए में, ब्लैक लेवल 4100 से बढ़कर 5800 रुपए, गोल्ड लेवल 6400 से बढ़कर 7300 रुपए, टीचर्स 1900 से बढ़कर 2200 रुपए, टीचर्स-50 के दाम 2100 से बढ़कर 2800 रुपए, वैट-69 1750 से 2000 रुपए, ब्लैक एंड व्हाइट 1850 से बढ़कर 2100 रुपए, ब्लैक डाग 1800 रुपए से बढ़कर 2000 रुपए और आरसी के दाम 850 रुपए से बढ़ाकर 1050 रुपए किए गए हैं। इसके अलावा, लगभग सभी बीयर 250 रुपए या ऊपर ही मिलेंगी। अंग्रेजी के सस्ते ब्रांड में गोवा का रेट भी बोतल पर 40 रुपए बढ़ाया गया है।
शराबबंदी का शोर था… अब चौतरफा गहरी खामोशी
छत्तीसगढ़ में अब कोई भी शराबबंदी या आंशिक शराबबंदी का नाम लेने के लिए तैयार नहीं है। छत्तीसगढ़ में पिछले साल जून-जुलाई से शराबबंदी का मुद्दा जोर-शोर से उठा और मतदान तक चला। इस मुद्दे पर वादे और वादाखिलाफी जैसी ढेरों बातें हुईं, आरोप लगाए गए। इस दौरान शराब घोटाले पर ईडी की कार्रवाई भी शुरू हो गई है। अभी एसीबी-ईओडब्लू आबकारी घोटाले में जांच तेज करने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन कोई भी मामला नतीजे तक नहीं पहुंचा है। तथ्य सिर्फ यही है कि शराब महंगी की गई है और राजस्व का लक्ष्य बढ़ाकर 11 हजार करोड़ रुपए कर दिया गया है।