आम चुनाव

छत्तीसगढ़ में नए रिकार्ड… पांच साल में जितने वोटर बढ़े, उसकी तुलना में 50 हजार तक ज्यादा लोगों ने वोट डाले

केवल महासमुंद में 5 साल में जितने वोटर बढ़े, मतदान में वृद्धि उससे कम

छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी दफ्तर ने राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर में मतदान के अनंतिम आंकड़े जारी कर दिए हैं। तीनों क्षेत्रों में मतदान का औसत 76.24 प्रतिशत है, जो देर शाम तक राजनांदगांव के बदलते आंकड़ों की वजह से 78 प्रतिशत तक पहुंच सकता है। यह पिछले साल के मुकाबले लगभग दो प्रतिशत अधिक है। वोटिंग में सर्वाधिक वृद्धि राजनांदगांव में दर्ज की गई है। शाम 7 बजे तक मिली सूचना के मुताबिक वहां 80.14 प्रतिशत मतदान हो चुका है। अनंतिम आंकड़ों के हिसाब से मतदान के मामले में कांकेर दूसरे और ममहासमुंद में सबसे कम है। पहले चरण में बस्तर में 67 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ था। यह बस्तर के लिहाज से काफी अच्छा लेकिन दूसरे चरण की तीन सीटों की तुलना में कम है। ़

राजनांदगांव लोकसभा – 2019 में 80.14 प्रतिशत वोट – 2024 में 77.47 प्रतिशत वोट

महासमुंद लोकसभा – 2019 में 74.31 प्रतिशत वोट – 2024 में 75.02 प्रतिशत वोट

कांकेर लोकसभा – 2019 में 74.27 प्रतिशत वोट – 2024 में 76.23 प्रतिशत वोट

मतदान के इन्हीं आंकड़ों पर अगले 37 दिन तक चलेंगे राजनैतिक विश्लेषण और दावे

राजनैतिक दल इन आंकड़ों की कई तरह से कुटाई-पिसाई कर रहे हैं, ताकि उनके समर्थन में कोई चीज निकलकर सामने आ जाए। दावों-प्रतिदावों का आधार अगले 38 दिन तक यहीं आंकड़े रहेंगे। अगर आंकड़ों की बात की जाए, तो एक और दिलचस्प तथ्य सामने आता है। पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार जितने वोटर बढ़े, वोट देने वालों भी वृद्धि उसी अनुपात में हुई है। राजनांदगांव में तो यह डबल के आसपास है। अब तक कांकेर के जो आंकड़े मिले हैं, उस हिसाब से वहां भी बढ़े वोटर्स के मुकाबले इस बार बढ़े वोट ज्यादा हैं। केवल महासमुंद में ही ऐसा हुआ है कि पिछले चुनाव के मुकाबले जितने मतदाता बढ़े थे, इन चुनावों में उसी अनुपात में ज्यादा लोगों को वोट देना था,लेकिन वहां कम वोट पड़े। इसे लोकसभावार इस तरह समझिएः-

  1. राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक पिछले आम चुनाव की तुलना में इस बार मतदाताओं की संख्या 1 लाख 52 हजार बढ़ गई। बूथ तक पहुंचे लोगों की संख्या कितनी बढ़ी-घटी, इसे भी आंकड़ों से ही जानिए। पिछले चुनाव में इस सीट पर 13 लाख 4 हजार (76.04 प्रतिशत) लोगों ने वोट दिया था। इस बार 14 लाख 90 हजार (80.14 प्रतिशत) से ज्यादा लोगों  ने वोट दिया। अर्थात, वोट देने वाले लोगों की संख्या में 1 लाख 85 हजार का इजाफा हो गया। इस तरह, पांच साल में जितने मतदाता बढ़े, उनसे लगभग 40 हजार ज्यादा लोगों ने मतदान किया।
  2. कांकेर लोकसभा क्षेत्र में निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक पिछले आम चुनाव की तुलना में इस बार मतदाताओं की संख्या 99 हजार बढ़ गई। बूथ तक पहुंचे लोगों की संख्या कितनी बढ़ी-घटी, इसे भी आंकड़ों से ही जानिए। पिछले चुनाव में इस सीट पर 11 लाख 54 हजार (74.27 प्रतिशत) लोगों ने वोट दिया था। इस बार 12 लाख 61 हजार (76.23 प्रतिशत) लोगों ने वोट दिया। अर्थात, वोट देने वाले लोगों की संख्या 1 लाख 06 हजार बढ़ गई। इस तरह, दूसरे चरण में कांकेर सीट पर पांच साल में जितने मतदाता बढ़े, उसकी तुलना में इस बार करीब 6 हजार ज्यादा लोगों ने मतदान कर दिया।
  3. महासमुंद लोकसभा क्षेत्र में निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार मतदाताओं की संख्या 1 लाख 25 हजार बढ़ गई। लेकिन बूथ तक पहुंचे लोगों की संख्या कितनी बढ़ी-घटी, इसे भी आंकड़ों से ही जानिए। पिछले चुनाव में इस सीट पर 12 लाख 19 हजार (74.51 प्रतिशत) लोगों ने वोट दिया था। इस बार 13 लाख 22 हजार (75.02 प्रतिशत) लोगों ने वोट दिया। अर्थात, वोट देने वाले लोगों की संख्या 1 लाख 02 हजार ही बढ़ी। इस तरह, पांच साल में जितने मतदाता बढ़े, उनमें से इस सीट पर 23 हजार कम लोगों ने वोट किया।
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