राजनांदगांव में वोटों की बारिश, 80% से ज्यादा मतदान, देश के औसत से कहीं अधिक
छत्तीसगढ़ में चारों सीटों पर बंपर वोट से निर्वाचन आयोग का बढ़ा हौसला

देशभर में दूसरे चरण की 88 सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान हो गया। हर सीट पर मतदान के अंतिम आंकड़े अब सामने आने लगे हैं। इसके मुताबिक छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा 80.14 प्रतिशत वोटिंग राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में हुई है। इस सीट से भाजपा के सांसद संतोष पांडेय चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कांग्रेस से उम्मीदवार के रूप में उतरकर राजनांदगांव को छत्तीसगढ़ की सबसे हाट सीट बना दिया। राजनांदगांव के मुकाबले कांकेर और महासमुंद में अपेक्षाकृत कम मतदान (लगभग 75 प्रतिशत) हुआ है। फिर भी, देश के औसत के हिसाब से छत्तीसगढ़ में अब तक बंपर वोटिंग हो रही है। दूसरे चरण में देशभर में मतदान का अब तक औसत 64 फीसदी के आासपास रहा है। छत्तीसगढ़ में 4 सीटों पर मतदान हो चुका है। बस्तर जैसी माओवाद प्रभावित सीट पर भी करीब 68 फीसदी वोट पड़े थे, जो पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले ढाई फीसदी ज्यादा है। छत्तीसगढ़ में अच्छे मतदान के ट्रेंड से राज्य के निर्वाचन अमले का हौसला भी बढ़ा है।
राजनांदगांव में बंपर वोटिंग के कई राजनैतिक मायने निकाले जा रहे हैं। मतदान के इस बढ़े हुए प्रतिशत को लेकर भाजपा और कांग्रेस, दोनों के ही अलग-अलग दावे हैं। शनिवार को शाम 6 बजे राज्य निर्वाचन आयोग को राजनांदगांव की चार विधानसभा सीटों के लगभग फाइनल आंकड़े मिल गए हैं। इनमें से डोंगरगांव, खुज्जी और डोंगरगढ़ में रिकार्ड मतदान नजर आ रहा है। डोंगरगांव में 82.3 प्रतिशत, खुज्जी में 81.76 प्रतिशत और डोंगरगढ़ में 80 प्रतिशत के करीब (79.71) मतदान हुआ है। तीनों विधानसभा क्षेत्रों से विधायक कांग्रेस के हैं। राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र की आठ विधानसभा सीटों में से पांच में कांग्रेस के विधायक और तीन में भाजपा विधायक (राजनांदगांव, कवर्धा और पंडरिया) हैं। बंपर मतदान को लेकर कांग्रेस के भूपेश बघेल और भाजपा के संतोष पांडे, दोनों ही आश्वस्त हैं और बड़ी जीत की उम्मीद जता रहे हैं।