विष्णु का सुशासन: जीएसटी में छत्तीसगढ़ ने बिहार, पंजाब जैसे राज्यों को पीछे छोड़ा… देश के 15 बड़े राज्यों में हमारा शुमार

वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रहण में छत्तीसगढ़ ने रिकॉर्ड बना दिया है। प्रदेश के कारोबारियों ने इस साल 4,135 करोड़ का जीएसटी दिया है, जिससे छत्तीसगढ़ ने देश के शीर्ष 15 राज्यों में अपनी जगह बनाई है। जीएसटी में हमने केरल, पंजाब, बिहार और खनिज संसाधनों से भरपूर झारखंड जैसे राज्यों को भी पीछे छोड़ दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह उपलब्धि सीएम विष्णुदेव साय के सुशासन तथा व्यापार और उद्योग क्षेत्र में किए गए सशक्त सुधारों का प्रतिफल है। सीएम साय के नेतृत्व में बीते 15 महीनों में राज्य सरकार ने ऐसे कई निर्णय लिए हैं, जिनसे निवेश और व्यापार को बढ़ावा मिला है ।
दरअसल साय सरकार ने सबसे पहले उद्योग एवं व्यापार नियमों का सरलीकरण किया। अर्थात गैर-जरूरी और बाधक कानूनों की समाप्ति, सभी जरूरी सेवाओं की ऑनलाइन उपलब्धता, पेट्रोल पंप खोलने के लिए लाइसेंस की बाध्यता को समाप्त करना और उद्योगों की स्थापना के लिए प्रक्रिया को सरल बनाना इन सुधारों में शामिल है।इनसे राज्य में उद्योग और व्यापारिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिला है, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है और राजस्व संग्रह में निरंतर वृद्धि हो रही है। सीएम साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ को आत्मनिर्भर और समृद्ध राज्य बनाना हमारा लक्ष्य है। राज्य की आर्थिक स्थिति में यह वृद्धि जनता और उद्योग जगत के सहयोग से संभव हुई है। यह प्रदर्शन छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है और यह दिखाता है कि राज्य संसाधन आधारित अर्थव्यवस्था से आगे बढ़कर अब एक सशक्त औद्योगिक केंद्र के रूप में उभर रहा है।