कवर्धा के गांव में हिंसा-हत्या में 175 पर एफआईआर, 80 हिरासत में पर मुख्य आरोपी भागे, 500 जवानों की गश्त से हालात काबू में तैनात
कवर्धा में रेंगाखार के लोहारीडीह गांव में रविवार को हुए बवाल, हिंसा और एक व्यक्ति को घर में आग लगाकर जलाने तथा पत्थरबाजी में एसपी अभिषेक पल्लव कई पुलिसवालों के घायल होने बाद सोमवार को हालात काबू में है, लेकिन वहां 500 जवानों को तैनात करना पड़ा है। पुलिस के मुताबिक हिंसा में 175 से ज्यादा लोगों के खिलाफ एफआईआर की गई है। अब तक 80 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है। कुछ को छोड़ा गया है और कुछ को गिरफ्तार करने की सूचना है। बताते हैं कि हिंसा के मुख्य आरोपी रविवार शाम ही गांव से भाग निकले थे, जो अब तक नहीं मिले हैं। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा है कि लोहारीडीह में हालात नियंत्रण में हैं। हिंसा में जो भी दोषी होगा, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी और इलाके में शांति बहाल रखी जाएगी।
रेंगाखार के लोहारीडीह में हिंसा रविवार को उस समय शुरू हुई थी, जब गांव के एक व्यक्ति शिवप्रसाद साहू का वहां से 10 किमी दूर मध्यप्रदेश में फांसी पर लटका शव मिला था। इस खबर के बाद गांव के एक गुट में भारी गुस्सा फैला था। पूर्व के विवाद को आधार बनाकर डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों ने उपसरपंच रघुनाथ साहू को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके घर पर हमला करके आग लगा दी थी। इस दौरान घरवालों को तो बाहर आने दिया गया था, लेकिन रघुनाथ भीतर ही थे। भीतर से बुरी तरह जला शव मिल गया। जिस वक्त भीड़ उपसरपंच के घर हमला कर रही थी, तब काफी कम संख्या में पुलिस मौके पर थी। भीड़ इतनी उग्र थी कि मौजूद थोड़े से अफसर-जवान नियंत्रण नहीं कर पाए। कुछ देर में कवर्धा एसपी अभिषेक पल्लव लगभग 60 जवानों को लेकर गांव पहुंचे, लेकिन वे भी उग्र भीड़ से घिर गए। उपद्रवियों ने पुलिस पर पत्थर चलाए और लकड़ियों से हमला किया। इसमें एसपी पल्लव समेत कई पुलिसवालों को चोटें आईं। इसके बाद आसपास से तकरीब 500 जवान गांव में पहुंच गए और हालात को काबू में किया। एसपी समेत सभी घायलों को सामान्य चोटें आई हैं। रात में ही इस मामले में 170 से ज्यादा उपद्रवियों के खिलाफ एफआईआर की गई। एसपी गांव में ही डेरा डाले हुए हैं और हिंसा के मामले में लोगों को हिरासत में लेने का सिलसिला शुरू कर दिया गया है। इस हिंसा के मुख्य आरोपी अभी फरार बताए गए हैं। पुलिस पूरे गांव और आसपास गश्त कर रही है, ताकि शांति कायम की जा सके।