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भिलाई में खिलौने के रिमोट को टाइगर बम से अटैच कर उड़ाई थी बिल्डर की कार… युवक ने शक में की वारदात, एसएसपी शुक्ला ने 24 घंटे में किया खुलासा

भिलाई के कोहका में मंगलवार शाम एक बिल्डर की कार में हुए धमाके के बाद पूरे प्रदेश में अफवाह फैली थी कि टाइम बम से विस्फोट किया गया। लेकिन भिलाई पुलिस ने 24 घंटे में इस मामले की गुत्थी सुलझा ली है। एसएसपी डा. जितेंद्र शुक्ला ने बुधवार शाम दुर्ग में प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि धमाके में बिल्डर की ही मैनेजर के पति देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे पत्नी पर शक था, इसलिए उसने बिल्डर को डराने के लिए उसकी कार में धमाका किया। धमाका करने के लिए पहले उसने यूट्यूब में तमाम वीडियो सर्च किए कि छिपकर और दूर के ब्लास्ट कैसे कर सकते हैं। उसने बच्चों के खिलौने के रिमोट का इस्तेमाल किया। इसे यूट्यूब में बताई गई विधि से पावर वाले टाइगर बम (जिस बड़े बम का शादी-ब्याह का रैलियों में उपयोग होता है)  को अटैच किया। बम और पूरी डिवाइस को उसी ने कार के नीचे लगाया, जिसका फूटेज मिला। इसके बाद दूर जाकर उसने रिमोट से धमाका कर दिया। इस धमाके की गूंज प्रदेशभर में इसलिए सुनाई दी, क्योंकि सभी को लगता था कि टाइम बम लगाया गया और इस तरह की प्रदेश में पहली वारदात थी।

बिल्डर संजय बुंदेला का आईटीआई के पास कौशल बिल्डकान के नाम से दफ्तर है। उसने 28 जनवरी को रिपोर्ट लिखाई कि शाम करीब साढ़े 6 बजे दफ्तर के सामने खड़ी उसकी कार में अचानक ब्लास्ट हुआ और यह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। मामला बिल्डर और धमाके का था, इसलिए पुलिस भी टेंशन में आ गई। सीसीटीवी फूटेज से पता चला कि कार में कोई बम फेंका नहीं गया था, बल्कि गाड़ी में खड़े-खड़े ही ब्लास्ट हुआ। पुलिस अफसर भी टाइम बम वाले मामले से आशंकित थे। एसएसपी जितेंद्र शुक्ला ने भिलाई के तमाम अफसरों को इस वारदात की इन्वेस्टिगेशन में झोंक दिया, क्योंकि मामला गंभीर था। फूटेज से यह बात आई कि कोई नकाबपोश अंधेरे में कार के पास आकर कुछ देर रुका, फिर चला गया। इसके 10 मिनट बाद विस्फोट हुआ। उस नकाबपोश और वीडियो का एनलिसिस हुआ, बिल्डर के हर कर्मचारी और जानने वालों से पूछताछ की गई। इसी बीच, पुलिस को बिल्डर की मैनजर के पति का हुलिया फूटेज के नकाबपोश जैसा लगा। उसे बुलाकर पूछताछ शुरू की गई, तो उसने सारा सच उगल दिया। देवेंद्र ने बताया कि उसे पत्नी पर संदेह था, इसलिए उसने पहले उसके मोबाइल फोन पर एक एप डाउनलोड कर कई दिन निगरानी की। इसके बाद उसने बिल्डर को डराने की योजना बनाई और तय किया कि उसकी कार में धमाका करेगा। इसके लिए उसने काफी दिन तक रिमोट कंट्रोल से बम बनाने के तरीके सर्च किए। इसी आधार पर उसने बच्चों के खिलौने के रिमोट से अटैच कर धमाका करना सीखा। इसके लिए जितनी जरूरी डिवाइस थीं, उसने खरीदीं जो काफी सस्ती मिलती हैं। फिर रिमोट से बम को उड़ाने लायक डिवाइस तैयार कर ली। इसे अंधेरा होते ही बिल्डर की कार में नीचे लगाया और थोड़ी देर रुककर उसने रिमोट से ब्लास्ट कर दिया। एसएसपी ने बताया कि आरोपी युवक से पूछताछ के आधार पर सारे साक्ष्य इकट्ठा कर लिए गए हैं। युवक को जेल भेजा जा रहा है।

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