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कमल विहार में दुष्कर्म-मर्डर… क्राइम ब्रांच से 10 हजार फुटेज, 1 लाख फोन नंबर, 4 हजार टैक्सियों का एनलिसिस, तब फंसा आरोपी ड्राइवर… एसएसपी डा. लालउमेद ने दिया 10 हजार ईनाम

धनेली में मां-बेटी के ब्लाइंड मर्डर को सुलझाने के बाद क्राइम ब्रांच ने कमल विहार में 15 दिन पहले मारकर फेंकी गई महज 19 साल की नाबालिग के साथ दुष्कर्म और हत्या का ब्लाइंड मामला सुलझा लिया है। क्राइम ब्रांच की दर्जनभर टीमों ने कल्पना नाम की युवती के मर्डर को सुलझाने के लिए कमल विहार और आसपास के 10 हजार से ज्यादा सीसीटीवी फूटेज का गहन एनलिसिस किया। इनमें युवती वारदात के दिन दो बार अलग-अलग आटो में स्टेशन से जाती-आती दिखती रही। इस दौरान एक टीम ने 1 लाख से ज्यादा मोबाइल नंबरों के लोकेशन ट्रेस किए और एनलिसिस किया। इसी में पुलिस को एक स्विफ्ट डिजायर टैक्सी का क्लू मिला। इसकी तलाश में शहर और आसपास की 4 हजार ऐसी ही टैक्सी के रिकार्ड जांचे गए। आखिरी में पुलिस बृजेश ओझा नाम के उस युवक तक पहुंच ही गई, जो टैक्सी ड्राइव करता था। उसकी पत्नी स्टेशन में चाय की दुकान चलाती है और मारी गई लड़की वहीं भटकती रहती थी। पहचान की वजह से युवक उसे टैक्सी में लेकर आया और दुष्कर्म किया। इस दौरान लड़की ने कहा कि युवक की पत्नी को वह सारी बातें बताएगी, तब उसने घबराकर लड़की की गला दबाकर हत्या कर दी। कार में शव लेकर वह कुछ देर कमल विहार में ही भटकता रहा, फिर फिल्टर प्लांट के सन्नाटे में झाड़ियों के बीच शव फेंककर भाग निकला। लड़का का शव मिलने के कुछ घंटे बाद उसकी पहचान हो गई थी। लेकिन मामला इतना ब्लाइंड था कि इतने बड़े इन्वेस्टिगेशन के बाद ही क्राइम ब्रांच आरोपी तक पहुंच सकी। इस कत्ल को सुलझाने के लिए एसएसपी डा. लाल उमेद सिंह ने एएसपी ग्रामीण दौलत सिंह पोर्ते, एएसपी क्राइम संदीप मित्तल, डीएसपी क्राइम संजय सिंह, इंस्पेक्टर क्राइम परेश पांडेय, टिकरापारा टीआई विनय बघेल तथा क्राइम ब्रांच की पूरी टीम के लिए 10 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया है।
कोटा में रहनेवाली कल्पना नाम की जिस युवती की हत्या की गई थी, वह अपने घर से एक दिन पहले बिना बताए निकली थी और लौटी नहीं थी। उसके बारे में जांच की गई, तब पता चला कि वह अक्सर स्टेशन इलाके में एक-दो दिन गुजार देती थी। सीसीटीवी फुटेज में वह स्टेशन में दिख रही थी, वहां से आटोरिक्शों में गई, पचपेड़ीनाका और एकाध जगह जाकर लौटती भी नजर आई। वारदात की रात भी वह आटो से निकली और लौट आई। लेकिि वारदात की रात उसे पीली नंबर प्लेट वाली स्विफ्ट डिजायर से जाते देखा गया, पर गाड़ी का नंबर कैमरे में ब्लर आया। इसके बाद लंबी-चौड़ी इन्वेस्टिगेशन शुरू हुई और आखिर में पुलिस ने टैक्सी चलाने वाले ड्राइवर बृजेश ओझा को कुम्हारी टोल नाका में दबोच लिया। उसने बताया कि वारदात की रात उसने अपने दोस्त के साथ शराब पी, फिर स्टेशन आ गया, जहां उसकी पत्नी की चाय दुकान है। कल्पना उसे वहीं मिली। चूंकि वह भी आरोपी को जानती थी, इसलिए उसके साथ कार में बैठकर निकल गई। दोनों कमल विहार पहुंचे, जहां युवक ने उसके साथ संबंध बनाया। इस दौरान युवती की बातचीत से उसे आशंका होने लगी कि वह पत्नी को सब बता देगी। इससे घबराए युवक ने लड़को को पीटा और गला दबा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। शव को कार में लेकर वह कमल विहार के सुनसान इलाकों में घूमता रहा। आखिरकार सेक्टर-1 में फिल्टर प्लांट के पास उसने शव को झाड़ियों में फेंका और भाग निकला। उसने कार फाफाडीह फ्लाईओवर के पास पार्क की और घर चला गया। अगले दिन वह सुबह 7 बजे बाइक से पहुंचा, शव देखकर लौट गया। पुलिस ने बताया कि युवक का परिवार बिलासपुर का है। उसने यहां इंजीनियरिंग की पढ़ाई बीच में छोड़ दी और चाय दुकान चलानेवाली युवती से शादी कर यहीं साहूपारा में रहने लगा था।
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