आरंग माब लिंचिंग में तीसरे युवक की भी मौत, एसआईटी ने अब तक सीन रीक्रिएशन ही नहीं किया

आरंग के पास महानदी पुल पर हुई माब लिंचिंग में बुरी तरह घायल तीसरे युवक सद्दाम कुरैशी की भी मंगलवार को मौत हो गई। गौ तस्करी के शक में दर्जनभर युवकों ने तीनों की जमकर पिटाई की थी और बताया जा रहा है कि उन्हें बुरी तरह जख्मी हालत में पुल से नीचे फेंक दिया गया था। पुलिस ने इस ृ मामले में गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। तभी से यह शक जाहिर किया जा रहा है कि तीन युवकों की हत्या जैसे केस में पुलिस कथित तौर पर लीपापोती में जुट गई है। इस मामले की जांच के लिए 14 अफसरों की एसआईटी बनाई गई है, लेकिन पिछले डेढ़ हफ्ते से एसआईटी जांच, इसकी फाइंडिंग और रिपोर्ट का अता-पता नहीं है।
जैतखंभ अपमान में भी पुलिस पर लीपापोती और फर्जी आरोपी गिरफ्तार करने का शक जाहिर किया जा रहा था और बात इतनी बिगड़ गई कि बलौदाबाजार कलेक्टर-एसपी दफ्तर फूंक दिए गए। अब सौ-डेढ़ सौ लोगों की गिरफ्तारी तथा 10 दिन से धारा 144 लगाने के बाद प्रशासन दावा कर रहा है कि हालात काबू में हैं। आरंग माब लिंचिंग केस में भी सामाजिक कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल, गृहमंत्री और डीजीपी से मुलाकात कर ली है। परोक्ष तौर पर कार्रवाई में संदेह जताते हुए आरोपियों को दफा 302 में गिरफ्तार करने की मांग उठाई जा चुकी है। इस मामले में पुलिस के सारे आला अफसर खामोश हैं और एसआईटी जांच की रिपोर्ट के इंतजार का हवाला दे रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक एसआईटी ने जांच में अब तक सीन रीक्रिएशन नहीं किया है, क्योंकि संभवतः आला पुलिस अफसरों के पास यह इनपुट अज्ञात स्थान से आ गया है कि जब हमलावरों ने ट्रक पर सवार युवकों को रोककर घेरा, तो वे इतना डर गए कि सीधे नदी में ये सोचकर छलांग लगा दी कि नीचे पानी होगा और बच जाएंगे। जबकि तीनों करीब 50 फीट ऊंचाई से सीथे पत्थरों पर जा गिरे थे।
7 जून की रात महानदी पुल पर हुई थी वारदात
गौरतलब है, भैसों से भरा ट्रक लेकर जा रहे सहारनपुर (यूपी) के युवकों चांद खान, गुड्डू खान और सद्दाम कुरैशी को 7 जून की रात युवकों से समूह ने पीछा करके महानदी पुल पर रोक लिया था। कथित तौर पर तीनों को गौ-तस्करी के शक में बुरी तरह पीटने के बाद पुल से फेंक दिया गया था, जिसमें चांद और गुड्डू की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि सद्दाम गंभीर रूप से घायल था, जिसने मंगलवार को दम तोड़ा।