रेड सिग्नल पर मांगनेवाले, सामान बेचनेवालों को हटाया पुलिस ने… शाम को टीआई डंडाधारी फोर्स लेकर निकलेंगे इलाके में… SSP डा. लालउमेद का फोकस विजिबल पुलिसिंग पर

राजधानी में विजिबल पुलिसिंग और डंडा लेकर ज्यादा से ज्यादा फोर्स की गश्त पर फोकस और बढ़ाया जा रहा है। एसएसपी डा. लालउमेद सिंह ने रायपुर जिले से तमाम आला पुलिस अफसरों की बैठक में सख्ती से ताकीद की है कि हर थाना क्षेत्र में टीआई या थानेदार को ज्यादा से ज्यादा उपलब्ध फोर्स के साथ निकलना होगा और जरूरी होगा कि गश्त कर रहे हर व्यक्ति के हाथ में पुलिस का डंडा हो। एसएसपी ने बैठक में ही ट्रैफिक अफसरों को निर्देश दिए कि राजधानी के सिग्नल वाले चौराहों पर रेड सिग्नल के दौरान मांगनेवालों या सामान बेचनेवाले बच्चों, महिलाओं और वृद्धों से खतरा बढ़ रहा है। ग्रीन सिग्नल होने पर तेजी से निकलने वाले वाहनों से इन लोगों को या इन्हें बचाने के चक्कर में गाड़ीवाले दुर्घटनाग्रस्त हो सकते हैं, इसलिए उन्हें हटाया जाए। शाम तक पुलिस ने हर चौराहे से ऐसे लोगों को हटा दिया है। मंदबुद्धि लोगों को अस्पताल और भिखारियों को मोवा आश्रम में भेजा जा रहा है। एसएसपी ने सभी थानेदारों से यह भी कहा कि महीने में दो बार अपने इलाके के गुंडों-चाकूबाजों और हिस्ट्रीशीटरों को बुलाकर परेड करवाई जाए और ताकीद की जाए कि उनकी हर गतिविधि पुलिस की निगाह में है। एसएसपी ने यह भी कहा कि बिना नंबर वाले वाहनों पर सख्ती बढ़ा दी जाए।
राजधानी के सिविल लाइंस स्थित सी-4 भवन में हुई बैठक में एसएसपी डा. लाल उमेद सिंह ने इस बात की समीक्षा की कि पूर्व में दिए गए निर्देशों का कितना पालन किया गया है। एसएसपी ने एक साल से ज्यादा पेंडिंग केस को चालान पेश कर पेंडेंसी जीरो करने के निर्देश दिए हैं। अफसरों को महिला संबंधी शिकायतों का तत्काल निराकरण करने के निर्देश दतिए। सायबर सम्बन्धी शिकायतों के त्वरित निराकरण के साथ ही नशे पर कड़ा एक्शन तथा फारवर्ड-बैकवर्ड लिंक पर अनिवार्य रूप से काम करने के लिए कहा गया। एसएसपी ने कहा कि कोई भी थानेदार अपने इलाके में जांच जितनी बढ़ाएगा, उसे अपराध रोकने में उतनी कामयाबी मिलेगी, इसलिए चेकिंग पर सबको अच्छी तरह फोकस करना होगा। बैठक करीब दो घंटे चली है।