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नशे पर वार ने दी “निजात” : चाकूबाजी घटकर आधी रह गई, छेड़छाड़-दुष्कर्म के केस भी घटने लगे

The Stambh Analysis

रायपुर ही नहीं बल्कि समूचे छत्तीसगढ़ में अधिकांश अपराधों के मूल में नशा आ गया है। ज्यादातक क्राइम नशे में हो रहे हैं। जहां भी पुलिस नशे पर वार कर रही है, वहां अपराध घट रहे हैं। नशे पर लगातार वार का असर ही है कि गंभीर अपराधों में हर महीने थोड़ी-थोड़ी कमी नजर आ रही है। जैसे रायपुर जिले को ही लें, जहां एसएसपी संतोष कुमार सिंह “निजात” अभियान के जरिए लगातार नशे को काबू करने पर फोकस हैं। यह इत्तेफाक नहीं हो सकता कि पिछले साल के फरवरी से जून तक यानी 5 माह की तुलना में इस साल इन्हीं 5 महीनों में ऐसे क्राइम में तेजी से कमी आ रही है, जिनसे लोग वाकई परेशान रहते हैं। पुलिस के आंकड़े बता रहे हैं कि राजधानी में चाकूबाजी, जो काफी बढ़ी हुई थी, पिछले साल के मुकाबले इस साल 40 फीसदी कम हो गई है, क्योंकि चाकूबाजी के 99 फीसदी मामले में नशा ही बड़ा फैक्टर है। यही नहीं, महिला संबंधी अपराध जैसे छेड़छाड़ में 23 फीसदी तथा दुष्कर्म में 10 फीसदी की कमी आ गई है। एसएसपी ने बताया कि इस अवधि में नशा विरोधी कानूनों के तहत 3862 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इनमें से 451 लोगों को जेल भेज दिया गया। मान सकते हैं कि समाज को परेशान करनेवाले अपराधों में इस तरह की कार्रवाई से ही कमी आ रही है।

नशे पर वार से गंभीर अपराधों में भी गिरावट

रायपुर जिले में डीजीपी अशोक जुनेजा के निर्देश पर रायपुर आईजी अमरेश मिश्रा और एसएसपी संतोष कुमार सिंह नशे के खिलाफ “निजात” अभियान चला रहे हैं। एसएसपी ने जो आंकड़े उपलब्ध करवाए हैं, उनके मुताबिक नशे पर वार से जिले में आईपीसी के अपराधों में 8 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। इनमें से मारपीट के केस 4 फीसदी, हत्या और हत्या के प्रयास के केस 15 फीसदी, चाकूबाजी के केस 40 फीसदी, दुष्कर्म के मामले 10 फीसदी, छेड़छाड़ के मामले 23 फीसदी और चोरी के मामलों में 4 की कमी दर्ज की गई है। इन पांच महीनों में पुलिस ने कार्रवाई तो की ही है, नशे के खिलाफ जनजागरुकता अभियान भी तेज किया है। इस अवधि में 512 कार्यक्रम हुए, जिनमें लोगों को नशे के दुष्प्रभावों से तो अवगत करवाया ही गया है, नशे के आदी लोगों की काउंसिलिंग भी हुई है।

ड्रंक एंड ड्राइव भी इसी मुहिम का हिस्सा

जारी आंकड़ों के मुताबिक फरवरी से जून 2024 के बीच निजात के तहत शराब-विरोधी आबकारी एक्ट और ड्रग- विरोधी एनडीपीएस एक्ट के तहत 3,682 व्यक्तियों पर कार्रवाई की गई। खास बात ये रही कि ड्रंकन ड्राइविंग में भी 1134 लोगों को पकड़ा गया, जिनपर कोर्ट ने भारी जुर्माना किया है। निजात अभियान के तहत रायपुर शहर से गांवों तक पुलिस ने 6,465 लीटर शराब, 1208 किलो गांजा तथा अन्य नशीली वस्तुएं जब्त की हैं। ड्रंकन ड्राइव में जिन 1134 लोगों पर कार्रवाई की गई, उन पर सिर्फ इसी अपराध में 10-10 हजार रुपए का जुर्माना हुआ है। निजात के तहत पुलिस नशे के आदी सैकड़ों लोगों की लिस्टिंग कर उनकी विशेषज्ञों से काउंसलिंग भी करवा रही है।

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