सुकमा डीएफओ, बीजापुर असिस्टेंट कमिश्नर, दो पावरफुल टीचर और जुड़े लोगों पर ईओडब्लू छापे… सभी कांग्रेस में पावरफुल, या कनेक्शन… कैश-ज्वेलरी मिलने की खबर

आर्थिक अपराध अन्वेषण विंग (ईओडब्लू) की रायपुर से निकली टीमों ने रविवार को सुबह बस्तर के दर्जनभर शहर-कस्बों तथा कुछ और मैदानी इलाकों में छापे मारे हैं। छापेमारी सुकमा के डीएफओ अशोक पटेल, बीजापुर के असिस्टेंट कमिश्नर आनंद सिंह, कोंटा के दो टीचर और उनसे जुड़े तकरीबन डेढ़ दर्जन ठिकानों पर एक साथ जांच शुरू की गई है। इनमें से कुछ कांग्रेस सरकार के दौरान प्रभावशाली थे और कुछ के कांग्रेस नेताओं से कनेक्शन निकले हैं। सुकमा डीएफओ रह चुके पटेल तथा वहीं के एक-दो कारोबारियों पर छापेमारी कवासी लखमा के कनेक्शन पर हुई या कोई और वजह है, इस बारे में एजेंसियां खामोश हैं।

जिनके यहां भी छापे हुए हैं, उन सभी के बारे में स्थानीय लोगों ने कांग्रेस कनेक्शन की पुष्टि की है। जैसे, एक टीचर श्यामसुंदर सिंह चौहान कांग्रेस शासनकाल में सुकमा के समग्र शिक्षा विभाग के डीएमसी रह चुके हैं। सुकमा डीएफओ रहे अशोक पटेल से जुड़े रायगढ़ तथा एक-दो और परिसरों को जांच के दायरे में लिया गया है। बीजापुर असिस्टेंट कमिश्नर आनंद सिंह कांग्रेस सरकार के दौरान इसी पद पर दंतेवाड़ा में भी पदस्थ थे। छापेमारी में सबसे ज्यादा परिसर आनंद सिंह के हैं। उनके बीजापुर स्थित परिसर, जगदलपुर के मकान तथा वहीं रहनेवाले दो और रिश्तेदारों के घरों को छापेमारी में कवर किया गया है। फिलहाल छापों के बारे में ईओडब्लू के अफसर खामोश हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि डीएफओ पटेल तथा असिस्टेंट कमिश्नर आनंद सिंह, दोनों के ही परिसरों से काफी कैश और ज्वेलरी मिली है। साथ ही संपत्ति के दस्तावेज भी मिल रहे हैं, जिनके अधिकांशतः अनुपातहीन होने की आशंका है।