कचहरी के हर कमरे में सीपेज, कोर्ट रूम की दीवारों में दरार, छत से टपकता पानी…ऐसा हाल कि चीफ जस्टिस सिन्हा नाराज
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा औचक निरीक्षण और सख्ती की वजह से जाने जाते हैं। गुरुवार को दोपहर चीफ जस्टिस सिन्हा अचानक बिलासपुर जिला कचहरी पहुंच गए और पुराने परिसर का निरीक्षण कर लिया। वहां उन्होंने तकरीबन हर दीवार पर सीपेज देखा। कोर्ट रूम की कई दीवारों में दरार और सीपेज, दोनों ही नजर आए। छत से पानी इस तरह टपक रहा था कि पूरे कारीडोर में भरा था। कचहरी के गार्डन में गमले आड़े-तिरछे और टूटे-फूटे मिले। पार्किंग का हाल तो ऐसा था कि बेतरतीबी पसरी थी, कोई भी गाड़ी कहीं भी खड़ी कर दी गई। यहां से नए कचहरी परिसर गए. तो वहां भी कारीडोर में पानी भरा था। पता चला कि कई एयरकंडीशंड से पानी टपककर कारीडोर में भर रहा है। यह सब देखकर चीफ जस्टिस नाराज हो गए। सिर्फ नाराज नहीं हुए, बल्कि उन्होंने अपनी नाराजगी भी तुरंत ही व्यक्त कर दी और सख्त निर्देश दिए कि कचहरी की हालत तुरंत सुधारी जाए।
चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने गुरुवार की शाम अपनी कोर्ट में लिस्टेड सभी मामलों की सुनवाई पूरी कर ली। इसके बाद उन्होंने बिलासपुर जिला कचहरी के निरीक्षण का फैसला किया। सूचना पर मुख्य न्यायाधीश श्री सिन्हा के निरीक्षण की सूचना पर बिलासपुर कलेक्टर अवनीश कुमार शरण समेत कई प्रशासनिक आला अफसर जिला कचहरी में पहुंचे। इसके बाद चीफ जस्टिस ने निरीक्षण शुरू किया और कचहरी के पुराने तथा नए, दोनों ही भवनों तथा परिसर की व्यवस्था पर असंतोष जाहिर किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान मौजूद डीजे (जिला जज) नीता यादव को सख्त निर्देश दिए कि कचहरी परिसर की इन कमियों और अव्यवस्थाओं को तत्काल दूर किया जाए। जिला प्रशासन के अफसरों से उन्होंने डीजे से समन्वय बनाकर सभी अव्यवस्थाओं को 15 दिन में दूर करने की टाइमलाइन तय कर दी। वे नए परिसर की निर्माणाधीन वाहन पार्किंग में भी पहुंचे और मौजूद इंजीनियरों से कहा कि इसका काम समय पर हर साल में पूरा कर लें।
निरीक्षण करते रहते हैं सीजे, इसका लाभ भी मिला
चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा अक्सर जिला अदालतों का निरीक्षण करते रहते हैं और समस्याओं के निराकरण के सख्त प्रयास करते हैं। इसका नतीजा में मिल रहा है, कई जिला कचहरी परिसर व्यवस्थित होने लगे हैं। बहरहाल, बिलासपुर जिला कचहरी के चीफ जस्टिस सिन्हा द्वारा निरीक्षण के दौरान रजिस्ट्रार जनरल बलराम वर्मा, डीजे नीता यादव, संयुक्त रजिस्ट्रार सह पीपीएस एमवीएलएन सुब्रमणियम तथा प्रोटोकॉल अफसर आरएस नेगी भी उपस्थित थे।