प्रदेश में 18 जून से शाला प्रवेश उत्सव, इस बार मुनादी और बच्चों को न्योता भोज
स्कूल परिसर-भवनों की मरम्मत-पेंटिंग के लिए 10 जून तक की मियाद

छत्तीसगढ़ शासन का शिक्षा विभाग इस साल 18 जून को पूरे प्रदेश में शाला प्रवेश उत्सव मनाने जा रहा है। गर्मी की छुट्टियों के बाद सभी स्कूल इसी दिन खुलेंगे। शिक्षा विभाग ने प्रवेश उत्सव की तैयारी अभी से शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी की ओर से जारी आदेश में स्कूल प्रबंधनों से साफ तौर पर कह दिया गया है कि स्कूल परिसर और भवन को आकर्षक बनाने, साफ-सफाई, पेंटिंग और मरम्मत जैसे काम 10 जून तक निपटा लिए जाएं। इस दफा शाला प्रवेश उत्सव को खास बनाने के लिए शहरों-गांवों में रैलियां निकाली जाएंगी। पहली बार प्रवेश उत्सव के लिए मुनादी भी होगी। शिक्षा विभाग ने स्कूल भवन और कमरों को प्रिंटरिच बनाने का फैसला भी किया है, ताकि बच्चों को अच्छा माहौल मिल सके।शासन ने इस बार शाला प्रवेश उत्सव को कुछ अलग तरह से मनाने का फैसला किया है। जैसे, पहले दिन ही शिक्षकों तथा स्कूल स्टाफ को बताना होगा कि अगले तीन माह में शैक्षणिक गतिविधियां किस प्रकार चलेंगी, यानी रोडमैप क्या होगा। जो बच्चे स्कूल छोड़ने वाले हैं, उनसे मिलकर उन्हें लौटने के लिए मनाया जाएगा। शासन ने स्पष्ट किया है कि शाला त्यागी बच्चों की वापसी कागजी नहीं होनी चाहिए, बल्कि वास्तविक संख्या दिखाई जाए।
प्रवेश उत्सव पर बच्चों को तिलक-चंदन, मेधावी का सम्मान
शाला प्रवेश उत्सव के मौके पर 18 जून को संबधित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और नागरिकों को स्कूल में आमंत्रित किया जाएगा। स्कूल आने पर बच्चों का तिलक-चंदन से स्वागत होगा। उनके सम्मान में न्योता भोज दिया जाएगा। मेधावी बच्चों तथा उत्कृष्ट पालकों को उसी दिन सम्मानित किया जाएगा। यही नहीं, पात्र बच्चों को कोर्स बुक, यूनिफार्म और साइकिलें वगैरह बांटने की व्यवस्था भी उसी दिन करने के निर्देश दिए गए हैं।