Good News: रेलवे को मुरुम चाहिए थी… गांववालों ने तालाब खोदकर दे दी… 12 लाख का मुनाफा, 50 एकड़ में सिंचाई भी
जल जगार में धमतरी के ऐसे ही 108 अमृत सरोवरों से किया जाएगा रुद्राभिषेक

तमाम तरह की सरकारी योजनाओं के बीच धमतरी के कन्हारपुरी से अच्छी खबर आई है। खबर ये है कि रेलवे रायपुर से धमतरी के बीच बड़ी लाइन (ब्राड गेज) की पटरियां बिछा रहा है। लाइन कन्हारपुरी के पास से गुजरी, तब रेलवे को नजदीक से ही मुरुम और मिट्टी की जरूरत पड़ी। उस वक्त इत्तेफाक से गांव के मुरा तालाब में मनरेगा के तहत गहरीकरण मंजूर हुआ था। इस तरह, गांववालों ने तालाब का गहरीकरण शुरू किया। जो मुरुम और मिट्टी निकले, वह रेलवे को सप्लाई कर दी। इधर, खुदाई से 9 एकड़ का बड़ा तालाब भी तैयार हो गया। तालाब ऐसा लबालब है कि इससे गांव की निस्तारी का संकट तो दूर हुआ ही, इसका पानी 50 एकड़ खेतों की सिंचाई के लिए पर्याप्त हो गया। इधर, मुरुम-मिट्टी के एवज में रेलवे कन्हारपुरी पंचायत को 12 लाख रुपए देने वाला है। यह पैसा गांव के विकास में लगेगा।
ऐसा नहीं है कि सारा एग्रीमेंट वगैरह गांववालों ने ही कर लिया। दरअसल रेलवे की मुरुम की जरूरत का पता चला तो धमतरी प्रशासन ने मध्यस्थता की और मुरा तालाब से रेलवे लाइन के लिए मुरुम-मिट्टी निकालने का एग्रीमेंट करवा दिया। अब अंतर देखिए, मुरा तालाब का क्षेत्रफल 6 एकड़ था, जो खुदाई के बाद 9 एकड़ हो गया। इसकी गहराई 10 फीट थी, जो अब 15 फीट है। इसमें 32 हजार क्यूबिक मीटर पानी आता था, अब 58 हजार क्यूबिक मीटर आया है। गहराई बढ़ने से तालाब के भीतर भूजल के कई स्त्रोत खुले, जिससे तालाब को अब बारिश के पानी की बहुत जरूरत नहीं है। कन्हारपुरी से रेलवे लाइन के लिए मिट्टी और मुरूम निकालने के बदले में रेलवे बोर्ड ने एग्रीमेंट के तहत पंचायत को रायल्टी के रूप में करीब 12 लाख 20 हजार रुपये देगा। जिस राशि को पंचायत गाँव के अन्य विकास कार्य में लगाएगी।
108 अमृत सरोवरों के जल से होगा रुद्राभिषेक
धमतरी के रविशंकर (गंगरेल) जलाशय तट पर 5 व 6 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय जल सम्मेलन होने जा रहा है। इसे जल-जगार महा-उत्सव का नाम दिया गया है। इस दौरान होने वाले अनेक कार्यक्रमों में रुद्राभिषेक का आयोजन भी शामिल है। इसमें 108 अमृत सरोवरों के जल से रुद्राभिषेक किया जाएगा।