Natural Event: सूरजपुर में बोरवेल ने सारी रात उगली लपटें… सैकड़ों लोग देखने आते रहे… जानिए ऐसा क्यों हुआ

आपको याद होगा कि पिछले महीने बस्तर में एक कुएं से पेट्रोल निकलने लगा था। लोग कुएं से बाल्टियों में पेट्रोल निकालकर ले जा रहे थे। जांच की गई तो पता चला कि वहां से करीब सौ मीटर दूर एक पेट्रोल पंप का अंडरग्राउंड टैंक लीक था। पेट्रोल वहीं से कुएं में पहुंच रहा था।
——–
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में एक अजीब घटना हुई है। वहां ओड़नी ब्लाक के चिकनी गांव में दो दिन से एक किसान के यहां बोरवेल खुदाई चल रही थी। शनिवार शाम तक पानी के साथ-साथ कुछ द्रव भी निकला, जो तीव्र वाष्पशील था यानी तुरंत भाग बनकर उड़ रहा था। गांव वालों ने पहले तो इसे समझने की कोशिश की, फिर नहीं समझ आया और रात होने लगी तो एक ने इसे देखने के लिए माचिस जलाई। फिर क्या था, आग पकड़ी जो बोरवेल के भीतर तक गई। कुछ सेकंड में बोरलेव से लपटें निकलने लगीं। इससे लोगों में दहशत फैल गई। पहले चिकनी गांव, फिर आसपास के लोग भी पहुंचने लगे। बोरवेल रविवार को देर रात तक आग उगलता रहा। खबर है कि सूरजपुर से भू-विशेषज्ञों की टीम मौके पर पहुंची है। यह स्पष्ट हो चुका है कि बोरवेल के भीतर से कोई गैस निकल रही है, जो बाहर आने तक लपटों में तब्दील हो रही है।
द स्तंभ ने इस बारे में भू-वैज्ञानिकों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि जिस इलाके में बोरवेल से लपटें निकल रही हैं, उसके नीचे कोयले का भंडार है। इस इलाके में वैसे भी जमीन के नीचे काफी कोयला है। जहां कोयले के भंडार होते हैं, वहां अक्सर मीथेन गैस रिसती है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि बोरवेल जमीन के करीब 300 फीट नीचे मीथेन गैस के किसी ने किसी डिपाजिट से कनेक्ट हुआ है और गैस बोरवेल के पाइप से रिलीज हो रही है। एक बार आग लग चुकी है, इसलिए यह बुझ नहीं रही है। पानी तथा आग बुझाने से सामान्य साधनों से इसका बुझना मुश्किल है। बुझ भी गई और गैस रिसती रही, तो यह बाहर आते-आते किसी ने किसी गर्म चीज के संपर्क में आकर फिर जलने लगेगी। रविवार रात ऐसा हुआ भी है। एक बार बुझने के बाद हैंडपंप से कुछ देर में फिर लपटें निकलने लगी थीं, और यह पहले से अधिक तीव्र थीं। ताजा खबर ये है कि लपटें रात में ही धीमी हो चुकी थीं और बुझने लगी थीं। माना जा रहा है कि मीथेन के किसी छोटे-मोटे डिपाजिट से लपटें बन रही होंगी, तो उसमें गैस खत्म हो गई या हो रही है।