मीडियाकर्मी को धमकी… रेंजर को धमतरी से गिरफ्तार कर लाई पुलिस… कोर्ट से नहीं मिली बेल, भेजा गया जेल

मीडियाकर्मी को छह बार काल कर धमकी-गालीगलौज में फंसे उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के रेंजर नरेश चंद्र देवनाग की मुसीबतें बढ़ गई हैं। रविवार को रायपुर के सिविल लाइंस थाने में रेंजर देवनाग के खिलाफ जान से मारने की धमकी का अपराध रजिस्टर किया गया और उसे धमतरी से गिरफ्तार कर रायपुर ले आया गया। रेंजर को शाम करीब 5 बजे रायपुर की अवकाशकालीन अदालत में पेश किया गया, जहां से रेंजर देवनाग को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
मीडियाकर्मी को धमकाने के आरोप में किसी वन अफसर की गिरफ्तारी का यह पहला मामला है। मीडियाकर्मी संदीप शुक्ला ने उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के बार्डर पर अवैध वसूली का खुलासा करती हुई एक रिपोर्ट चलाई थी। इसके बाद रेंजर के फोन से मीडियाकर्मी को एक के बाद एक छह काल आए, जिसमें उसने कथित तौर पर मीडियाकर्मी को धमकाया था। इस शिकायत पर वन विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है। रेंजर को तुरंत हटाते हुए धमतरी में अटैच किया गया था और विभागीय जांच बिठा दी गई है। जांच रिपोर्ट भी 7 दिन में मांगी गई है, जिसके दो दिन पूरे हो गए। इस बीच, मीडियाकर्मी की शिकायत पर सिविल लाइंस पुलिस एक्शन में आ गई। सिविल लाइंस थाने की एक टीम रेंजर देवनाग को धमतरी से गिरफ्तार कर रविवार को रायपुर ले आई है। सिविल लाइंस टीआई रोहित मालेकर ने बताया कि रेंजर को धमकी-चमकी की बीएनएस की धाराओं के तहत अरेस्ट कर शाम को कोर्ट में पेश किया गया। रेंजर के खिलाफ दफा 151 भी लगाई गई थी। छुट्टी के कारण रेंजर देवनाग को अवकाशकालीन कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट के आदेश पर उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।