रायपुर और दुर्ग समेत 5 शहरों में मेयर तथा पार्षद कानूनी तौर पर आज से जीरो… बिलासपुर, नांदगांव भी प्रशासक के हवाले

राजधानी रायपुर, दुर्ग, धमतरी, रायगढ़ और चिरमिरी में महापौर और पार्षदों का कार्यकाल खत्म हो गया, यानी आज से इन नगर निगमों में कानून के मुताबिक ये पद जीरो हो गए हैं। नियमानुसार नगर निगमों में इन सभी के कक्षों में आज रात तक ताला जड़ दिया जाएगा, यानी कल से निगम दफ्तर में उनका अपना कोई चैंबर या बैठने की जगह नहीं होगी। इन पांचों नगर निगमों में कल से प्रशासक यानी कलेक्टर का हुक्म चलने लगेगा। रायपुर के महापौर एजाज ढेबर और 70 पार्षदों के लिए सोमवार से निगम मुख्यालय व्हाइट हाउस में उनका कोई फिक्स चेंबर का सीट नहीं होगी। कल मेयर ढेबर ने चुनौती दी थी कि वे उनका तथा पार्षदों का कार्यकाल तब तक खत्म नहीं होगा, जब तक कि चुनाव नहीं होते। इसके बाद सोमवार को अगर मेयर और पार्षद व्हाइट हाउस पहुंचे तो दिलचस्प स्थिति निर्मित हो सकती है।
राजनांदगांव नगर निगम, बिलासपुर नगर निगम और जगदलपुर नगर निगम का कार्यकाल एक दिन पहले ही खत्म हो चुका है और प्रशासक वहां का चार्ज ले चुके हैं। आज रायपुर, दुर्ग, धमतरी, रायगढ़ और चिरमिरी नगर निगमों का कार्यकाल खत्म हुआ। 7 जनवरी को अंबिकापुर और 9 जनवरी को कोरबा नगर निगम का कार्यकाल खत्म होगा। चूंकि महापौर और पार्षद कार्यकाल खत्म होने के साथ पदों पर बने नहीं रह सकते, इसलिए नगर निगम को चलाने के लिए छत्तीसगढ़ नगर पालिका निगम अधिनियम (1956) की धारा 20 की उपधारा 5 में यह व्यवस्था की गई है कि अगले चुनाव तक नगर निगम को चलाने के लिए प्रशासक की नियुक्ति होगी। इसी कानून का इस्तेमाल करते हुए राज्य शासन ने रायपुर समेत 10 नगर निगम में कलेक्टर को प्रशासक बनाकर बिठा दिया है। जहां-जहां कार्यकाल खत्म हो रहा है, प्रशासक चार्ज ले रहे हैं। इस हिसाब से रायपुर कलेक्टर डा. गौरव कुमार सिंह कल रायपुर नगर निगम के प्रशासक के तौर पर काम संभाल लेंगे।