कवर्धा हादसाः भूपेश मिलने गए तो पीड़ित बोले…सरकार से 5-5 लाख तो दूर, एक पैसा नहीं मिला
सीएम साय ने की थी 5-5 लाख रु की घोषणा, भूपेश बोले- अफसरों से सच पूछना चाहिए

कवर्धा के कुकदूर हादसे में बड़ी खबर यह है कि मारे गए 19 बैगा आदिवासियों के परिजन ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल से बातचीत में यह कहकर सबको हैरान कर दिया है कि लगभग एक माह गुजर जाने के बाद भी प्रशासन ने उन्हें 5-5 लाख रुपए का चेक तो दूर, अब तक एक पैसा नहीं दिया है। हादसे के तत्काल बाद सीएम विष्णुदेव साय ने घोषणा की थी कि मृतकों के परिजन को सरकार की तरफ से 5-5 लाख रुपए दिए जाएंगे। पीड़ितों की इस शिकायत से भूपेश बघेल चकित हैं। द स्तंभ ने भूपेश से फोन पर बातचीत की तो उन्होंने कहा- ऐसे मामलों में सरकार-प्रशासन को संवेदनशीलता बरतनी चाहिए। पीड़ितों ने शिकायत की है तो पैसे उन्हें वाकई नहीं मिले होंगे। सीएम को चाहिए कि वे तुरंत अफसरों से इस बारे में पूछताछ करें और दोषियों को सजा भी दी जाए।
लोकसभा चुनाव के बाद भूपेश बघेल राजानांदगांव लोकसभा क्षेत्र के हर इलाके में मतदाताओं के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए पहुंच रहे हैं। गुरुवार को वे कवर्धा जिले में पहुंचे और सबसे पहले कुकदुर हादसे के पीड़ितों के गांव सेमरहा गए। 19 में से 17 मृतक इसी गांव के थे। भूपेश उनके परिजनों से मिले और सांत्वना दी, तभी पीड़ितों ने खुलासा किया कि हादसे के तकरीबन एक महीने बाद भी उन्हें प्रशासन की ओर से 5-5 लाख रुपए की सहायता नहीं मिली, जबकि सीएम साय ने तुरंत सहायता की घोषणा की थी। हालांकि पीड़ितों ने पूर्व सीएम भूपेश को यह भी बताया कि मृतकों के दशगात्र में आसपास के गांव का बैगा आदिवासी समुदाय जुटा था लेकिन 90 फीसदी से ज्यादा लोगों को भोजन नहीं दिया गया। भूपेश ने कहा कि दशगात्र के मामले में विपक्षी भाजपा विधायक और नेताओं का तामझाम और असंवेदनहीनता निंदनीय है। लेकिन सरकारी मदद में भी अगर देरी हो रही है, तो यह संवेदनशीलता का दावा करने साय सरकार की कथनी और करनी को उजागर करता है। सेमरहा के बाद भूपेश शाम को कवर्धा पहुंचे हैं, जहां कार्यकर्ताओं और लोगों से बातचीत करेंगे। इसके बाद वे अपने भिलाई निवास पर जाएंगे।