भाजपा किसी भी जिलाध्यक्ष को रिपीट नहीं करने की तैयारी में… हर जिले में नए चेहरे को मौका देने का दिल्ली में हुआ फैसला

छत्तीसगढ़ के जिलों में भारतीय जनता पार्टी ने अध्यक्ष के तौर पर नए चेहरों को मौका देने की तैयारी कर ली है और दिल्ली से साफ बात निकलकर आ रही है कि किसी भी मौजूदा या पूर्व जिलाध्यक्ष को रिपीट नहीं किया जाएगा। इस तरह, पार्टी अपने जिलों के संगठन को पूरी तरह नए स्वरूप में लाने की तैयारी में है। नई दिल्ली में हुई केंद्रीय संगठन के पदाधिकारियों की बैठक में छत्तीसगढ़ से प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जमवाल और प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव भी शामिल हुए थे। बताते हैं कि इसी बैठक में तय हुआ है कि जिलास्तर पर ऐसे लोगों को मौका दिया जाएगा, जो पार्टी में काफी दिन से सक्रिय हैं लेकिन किसी प्रमुख पद पर कभी नहीं रहे। इस फैसले से रायपुर समेत सभी जिलाध्यक्ष प्रभावित होंगे। संभवतः पार्टी की तरफ से उन्हें नई जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, या फिर प्रदेश स्तर पर प्रमोट भी किया जा सकता है।
जिला अध्यक्ष के तौर पर नए चेहरों को सामने लाने के पीछे आने वाले नगरीय निकाय तथा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को भी वजह के तौर पर देखा जा रहा है। मौजूदा जिलाध्यक्षों से संगठन में कुछ राजी-नाराजी हो सकती है, इसका चुनाव पर असर न पड़े, इसलिए पार्टी चाहती है कि बिलकुल नए लोगों को सामने लाकर जिलों में उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाए, ताकि कार्यकर्ता भी मोबिलाइज रहें। यह सोच भी है कि नए चेहरों को बार-बार मौका देने से पार्टी में निचले स्तर पर यह मैसेज भी जाएगा कि कार्यकर्ताओं को पार्टी कभी न कभी बड़े अवसर देने के कांसेप्ट पर चल रही है। यह भी माना जा रहा है कि मौजूदा जिलाध्यक्षों को हटाने के बाद भी किसी तरह के नुकसान का सामना इसलिए नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि संगठन की पूरी ताकत इसके कैडर में है, जो उत्साहित बना रहेगा। इस फैसले को लेकर छत्तीसगढ़ भाजपा में चर्चाएं हैं, लेकिन कोई पुष्टि करने के लिए तैयार नहीं है। नए जिलाध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया चल रही है और सूत्रों ने दावा किया कि रविवार को दिल्ली में जो तय हुआ है, नए जिलाध्यक्षों की सूची में उसकी छाया नजर आएगी।