इधर इस्तीफे के बाद अटकलों का बाजार गर्म, उधर बृजमोहन निकल गए आभार रैलियों में
जैसी की संभावना थी, देश में सबसे ज्यादा वोटों से लोकसभा जीतने वालों के टाप-10 में शामिल बृजमोहन अग्रवाल ने सोमवार, 17 जून को विधानसभा से इस्तीफा दे दिया, यानी अब वे विधायक नहीं रहे। बृजमोहन ने मंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया, बल्कि यह कहकर विरोधियों की हार्ट बीट बढ़ा दी कि वे छह माह तक मंत्री बने रह सकते हैं। उनके बयान को लेकर इधर रायपुर में अटकलों का बाजार गर्म हो रहा है, तो उधर बृजमोहन अपने मतदाताओं का आभार जताने के लिए जगह-जगह रैलियों में निकल गए। वे धरसींवा, कूंरा, खरोरा और तिल्दा-नेवरा में विजय आभार यात्रा में शामिल हैं तथा यात्राओं का सिलसिला कई दिन और चलनेवाला है।
बृजमोहन अग्रवाल इस्तीफा देने के बाद सीधे धनेली के पास पहुंचे और वहां से आभार रैली में शामिल हो गए। आभार रैली धनेली से सिलतरा मेन रोड, धरसीवां मेन रोड होते हुए कूंरा पहुंची। वहां उन्होंने बाजार चौक में लोगों को को संबोधित किया। इसके बाद वे कपसदा, रैता, कुथरेल ,सिलियारी, सारागांव, होते हुए तिल्दा पहुंचे। शहर में जगह-जगह विजय आभार यात्रा का समापन हुआ।
इस दौरान उनके साथ विधायक अनुज शर्मा, पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल, अशोक बजाज समेत बड़ी संख्या में नेता-कार्यकर्ता थे।
इस्तीफा देते बृजमोहन, पत्र लेते डा. रमन भावुक
इससे पहले, सोमवार 17 जून को बृजमोहन विधानसभा के अध्यक्ष डा. रमन सिंह के आवास पर इस्तीफी देने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि 35 साल विधायक रहने के बाद भारी मन से इस्तीफा दे रहा हूं, क्योंकि चुनाव जीतने के 14 दिन के भीतर यह करना जरूरी है। बृजमोहन ने कहा कि वे नई ऊर्जा के साथ रायपुर लोकसभा और छत्तीसगढ़ के लिए काम करेंगे। बृजमोहन से इस्तीफा लेने के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा कि यह उनके लिए बहुत भावुक पल है। पिछले कई दशकों से बृजमोहन अग्रवाल के साथ काम किया। विधानसभा कार्यवाही के कुशल संचालन में बृजमोहन अग्रवाल जी से बहुत कुछ सीखने को मिला है। अब सदन में उनकी कमी खलेगी। इस अवसर पर उनके साथ वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री राजेश मूणत, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पांडे, विधायक अजय चंद्राकर, पुरंदर मिश्रा, अनुज शर्मा, खुशवंत साहेब, इंद्रजीत साहू तथा पूर्व सांसद सुनील सोनी भी थे।